जमुई: बिहार के जमुई जिले में हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर घात लगाए आरोपियों ने हमला (Attack On Police Team In Jamui) कर दिया. करीब दर्जनभर अपराधी तीन तरफ से पुलिस की टीम को घेरकर आधा दर्जन राउंड फायरिंग की. तीनों तरफ से घिरा देखकर पुलिसकर्मियों ने भी तुरंत मोर्चा संभाल (Encounter between police and miscreants in Jamui) लिया. बाद में सभी अपराधी मौके से भागने में सफल रहे.
इसे भी पढ़ें- नालंदा में अतिक्रमण हटाने गए प्रशासन और पुलिस टीम पर हमला, CDPO और एक पुलिस कर्मी घायल
दरअसल, चिंटू सिंह हत्याकांड मामले में फरार चल रहे आरोपितों के पकड़ने के लिए शनिवार को पुलिसकर्मियों की एक छोटी सी टुकड़ी विशुनपुर गांव के खलिहान तक पहुंच गई, जहां खबर थी कि सभी धान झाड़ रहे हैं. लेकिन, पुलिस की गाड़ी देखते ही पहले से सतर्क हत्यारोपित पंकज सिंह, निरंजन सिंह, बिट्टू सिंह के अलावा करीब दर्जनभर अपराधियों ने पुलिस टीम को तीन तरफ से घेरकर फायरिंग करनी शुरू कर दी.
इसे भी पढ़ें-पटना में पुलिस टीम पर हमला, पुलिसवालों की पिटाई कर अपराधी को भगाया
अचानक शुरू हुई फायरिंग के बीच पुलिसकर्मियों ने भी तुरंत मोर्चा संभाल लिया. अपराधियों की तुलना में पुलिसकर्मी काफी कम थे, लिहाजा मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी मुठभेड़ की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दिया. सूचना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल सिकंदरा थाना से पहुंची और देखते ही देखते खलिहान छावनी में बदल चुका था. इधर, फायरिंग करते हुए अपराधी मौके से भागने की कोशिश कर रहे थे और वे सफल भी हुए. हालांकि, पुलिसवालों की सतर्कता के चलते इस मुठभेड़ में किसी कर्मी के हताहत होने की खबर नहीं है.
अपराधियों के फरार होने के बाद पुलिस ने खलिहान से एक थ्रेशर, एक ट्रैक्टर, दो बाइक, दर्जनों बोरी धान और एक आरोपी के घर से मोबाइल बरामद किया है. अब उनकी की गिरफ्तारी के लिए तेजी से अभियान चलाया जा रहा है.
दरअसल, जमीन विवाद में विशनपुर गांव निवासी चिंटू सिंह, पिता रामाकांत सिंह की अपने ही चचेरे भाई ने गांव से महज दो सौ मीटर की दूरी पर बीते दिनों गोली मारकर हत्या कर दी थी. और विशनपुर गांव के ही महेंद्र पासवान के पुत्र शिवदानी पासवान से बाइक छीनकर मौके से फरार हो गए थे. जिसके बाद मृतक के पिता ने सिकंदरा थाना में लिखित आवेदन देकर पंकज सिंह, निरंजन सिंह, बिट्टू सिंह, विकास सिंह उर्फ विश्वकर्मा, चंदन सिंह, कुमुद सिंह समेत 6 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों पर दबिश बढ़ाया गया लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. अंत में पुलिस ने बीते 30 जनवरी को सभी हत्यारोपितों के घरों पर कुर्की जब्ती का इश्तेहार चिपकाया. इसका भी आरोपियों पर कोई असर नहीं हुआ. नतीजा ये हुआ कि जब गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची तो उनपर फायरिंग शुरू कर दी.
बता दें कि छापेमारी करने गई पुलिस टीम में पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार, थानाध्यक्ष जितेंद्र देव दीपक, अवर निरीक्षक नवीन कुमार सिंह, सहायक अवर निरीक्षक राज किशोर पासवान, मोहम्मद तैयफ, योगेंद्र यादव सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं काफी संख्या में पुलिसबल शामिल थे.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP