जमुई: एक पैर के सहारे चलकर स्कूल जाती जमुई की छात्रा सीमा कुमारी का वीडियो वायरल (Jamui student Seema Kumari video goes viral) होने के बाद इस समस्या की ओर लोगों का ध्यान गया है. अब प्रशासन भी इसे लकरे काफी एक्टिव हो गया है. जमुई में दिव्यांग बच्चों का गृहवार सर्वे (survey of handicapped children in Jamui) कराया जा रहा है.यह कार्य बीते 25 अप्रैल को शुरू हुआ जो अगामी 10 जून तक जारी रहेगा. इस दौरान सरकारी कर्मी 0-18 वर्ष के दिव्यांग बच्चों का डोर टू डोर जाकर सर्वेक्षण करेंगे. उसके बाद तमाम प्रक्रियाओं के बाद इन बच्चों को सहाय्य उपकरण दिये जायेंगे.
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सर्वेक्षण के बाद जांच-सह-मूल्यांकन शिविर: डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि जमुई जिला में दिव्यांग बच्चों को नामित किए जाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है. जिले के सभी प्रखंडों में कार्यरत संसाधन शिक्षक, पुनर्वास विशेषज्ञ एवं प्रखंड साधन सेवी सम्बंधित बालकों का सर्वेक्षण कर रहे हैं. सर्वे के दरम्यान संबंधित कर्मी डोर टू डोर जा रहे हैं और 0 से 18 आयु वर्ग के दिव्यांग बच्चों को सूचीबद्ध कर रहे हैं. सर्वेक्षण के उपरांत प्रखंड स्तर पर जांच-सह-मूल्यांकन शिविर का आयोजन किया जाएगा. इसमें दिव्यांग बच्चे सहाय्य उपकरण के लिए नामित किए जाएंगे.
'उन्होंने बताया कि 3 सितंबर को दिव्यांगता दिवस के अवसर पर नामित बच्चों को सहाय्य उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे. अस्थि दिव्यांग बच्चों को ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर और वैसाखी दिए जाएंगे. वहीं. श्रवण दिव्यांग बच्चों को श्रवण यंत्र तथा दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों को ब्रेल किट के साथ शिक्षण अधिगम सामग्री मुहैया कराया जाएगा.'-अवनीश कुमार सिंह, डीएम, जमुई.
जून में प्रखंड स्तरीय शिविर: वित्तीय वर्ष 2021-22 में एलिम्को कानपुर के द्वारा जमुई जिले के चिह्नित दो प्रखंड जमुई एवं चकाई में अगामी जून माह में प्रखंड स्तरीय शिविर का आयोजन कर 55 दिव्यांग बच्चों को श्रवण यंत्र, 43 अस्थि दिव्यांग बच्चों को ट्राई साइकिल और व्हीलचेयर, 25 मानसिक एवं एक दृष्टि दिव्यांग बच्चे को शिक्षण अधिगम सामग्री मुहैया कराया जाएगा.
बता दें कि एक पैर से सीमा कुमारी का स्कूल जाते वीडियो वायरल होने के बाद इसकी मदद के लिए लोग सामने आने लगे. दो साल पहले खैरा प्रखंड के फतेहपुर गांव की रहने वाली वर्ग चार की छात्रा का ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आ जाने से एक पैर टूट गया था. इलाज के दौरान डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि अगर उसका पैर नहीं काटा गया तो उसकी मौत हो सकती है. उसके माता-पिता इस पर सहमत हो गए और डॉक्टरों ने उसका बायां पैर काट दिया था.
उछलकर नहीं दौड़कर स्कूल जाएगी सीमा: अपना एक पैर गंवाने के बावजूद सीमा ने उम्मीद नहीं खोई. वह स्कूल जाती रही. वह अपने घर से स्कूल तक 500 मीटर की दूरी तय करने के लिए लंबी कूद तकनीक का उपयोग करती है और वह भी पीठ पर स्कूल बैग के साथ. जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को उसे ट्राइ साइकिल दिया गया और उसके बाद उसे कृत्रिम पैर लगा दिया गया. जिलाधिकारी खुद इसकी मॉनीटरिंग कर रहे थे. जमुई के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह कहते हैं कि मुख्यमंत्री आवास योजना से मकान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ट्राई साइकिल उपलब्ध करा दी गई है. साथ ही, कृत्रिम पैर भी लगा दिया गया है.
सोनू सूद भी आए सामने: इधर, फिल्म अभिनेता सोनू सूद भी वीडियो वायरल होने के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, अब यह अपने एक नहीं दोनों पैरों पर कूद कर स्कूल जाएगी. टिकट भेज रहा हूं, चलिए दोनो पैरों पर चलने का समय आ गया. इसके अलावा दूसरे लोग भी सीमा की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. बिहार सरकार के कई मंत्री भी सीमा की मदद करने को तैयार हैं. सीमा पढ़कर आगे शिक्षक बनना चाहती है.
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