जमुई: बिहार के जमुई में जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड के बाहर जमकर हंगामा किया. परिजनों का कहना है कि पैसा नहीं देने पर जेल में बंद अन्य कैदियों ने उसके साथ मारपीट की थी. उसी वजह से उसकी जान गई है. वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
10 दिन पहले ही किया था सरेंडर: मृतक कैदी की पहचान गिद्धौर थाना क्षेत्र के संसारपुर गांव निवासी मथुरा यादव के बेटे पुत्र प्रदीप यादव के रूप में हुई है. बताया जाता है कि प्रदीप यादव ने 10 दिन पहले जमीन विवाद के एक मामले में बेल टूटने पर जमुई न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था. जहां जेल में बंद अन्य कैदी के द्वारा प्रदीप यादव से 20 हजार रुपये की मांग की जा रही थी. रुपये नहीं देने पर प्रदीप के साथ मारपीट की जा रही थी. परिजनों का कहना है कि गुंजन नाम के युवक को फोन के माध्यम से रुपये भेजा गया. इसके बावजूद प्रदीप के साथ जेल में बेरहमी से मारपीट की गई.
क्या बोली मृतक की पत्नी?: मृतक की पत्नी इंदू देवी ने बताया कि जेल प्रशासन के द्वारा इलाज के लिए सोमवार की दोपहर सदर अस्पताल लाया गया. जहां इलाज के बाद सदर अस्पताल स्थित कैदी बाद में भर्ती कराया गया था. उसने बताया कि जब इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया तो यहां भी जेल प्रशासन के साथ आए विकास पांडे नामक युवक ने उससे रुपये की मांग थी. उन्हें भी मोबाइल के माध्यम से दो हजार रुपये भेजा गया, जिसका स्क्रीनशॉट भी है.
"दो दिन पहले सूचना मिली थी कि जेल में मारपीट के कारण प्रदीप यादव की तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद उसे देखने के लिए गई तो जेल प्रशासन द्वारा उससे मिलने नहीं दिया गया. पिटाई के कारण ही उसकी जान गई है"- इंदू देवी, मृतक की पत्नी
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