जमुई: सोमवार को कचहरी चौक पर माले ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुलता दहन कर विरोध प्रदर्शन किया. माले कार्यकर्ता सरकार द्वारा लाए जाने वाले पुलिस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
इस मौके पर भाकपा माले के जिला सचिव शंभुशरम सिंह और छात्र संगठन आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा कि प्रदेश सरकार यूपी के तर्ज पर 'योगीराज मॉडल' लाना चाहती है. जिससे कि सूबे में लोकतंत्र खत्म हो जाए, पुलिस बेलगाम हो जाए, साथ ही कानून-व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा सके.
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'बिहार पुलिस अधिनियम जो 2021 बनाया गया है जिसको 23 मार्च को विधानसभा में पारित होना है. इसी के विरोध स्वरूप भाकपा माले आज राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है. इस विधेयक की प्रति जलाई जा रही है. सरकार फासिस्ट हो गई है. संवैधानिक संस्थाओं को पंगू बनाने में जुटी हुई है'.- शंभुशरम सिंह, जिला सचिव, माले
'डबल इंजन की सरकार बिहार विधानसभा में विषेश सत्र लाकर पुलिस को विषेश अधिकार देने जा रही है. विधेयक के माध्यम से पुलिस बेलगाम हो जाऐगी, कानून और संविधान की धज्जियां उड़ेगी, पुलिस संदेह के आधार पर बिना वारंट के गिरफ्तार करेगी. ये कानून नहीं चलेगा, इसे वापस लेना होगा'.- बाबू साहब, आइसा प्रदेश उपाअध्यक्ष