जमुईः बिहार में लॉकडाउन का काफी असर देखा जा रहा है. जमुई में भी कोरोना के पॉजिटिविटी रेट में गिरावट आई है. जमुई जिलाधिकारी अवनीश कुमार ने कहा कि जिले में छाए कोरोना संकट से उबरने में काफी हद तक सफलता मिल चुकी है. शहरी क्षेत्रों में पॉजिटिविटी रेट एक प्रतिशत तो ग्रामीण क्षेत्रों में एक प्रतिशत से भी कम है. रोजाना करीब 3 हजार सैंपलों की जांच की जा रही है.
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"जिला प्रशासन की टीम, स्वास्थ्यकर्मी, मीडियाकर्मी और आम लोगों की भागीदारी से कोरोना की रोकथाम की दिशा में सुखद परिणाम मिला है. कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भी मरीजों की संख्या काफी कम हुई है. जिले में ऑक्सीजन की भी कोई समस्या नहीं है. जिला परिषद के साथ बैठक में 50 बड़े और 20 छोटे सिलेंडर खरीदने का निर्णय लिया गया है. अगर तीसरी लहर भी आई तो ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी"-अवनीश कुमार, जमुई जिलाधिकारी
"जिले के सभी प्रखंडों में कुल 14 सामुदायिक किचन संचालित हैं, जहां नियमित रूप से लोग भोजन कर रहे हैं, कोरोना से लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. लोग मास्क, सैनिटाइजर और कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें. सभी लोगों की सहभागिता से जल्द ही जिले से बचे-खुचे मामले खत्म हो जाएंगे."- अवनीश कुमार, जमुई जिलाधिकारी
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रजिस्ट्रेशन के लिए हो रही समस्या
जिलाधिकारी ने बताया कि टीकाकरण के लिए 18 से 44 साल वाले लोगों के रजिस्ट्रेशन में काफी समस्या हो रही है. इसे लेकर बीडीओ को सभी प्रखंडों में डाटा ऑपरेटर को नियुक्त करके रजिस्ट्रेशन करवाने का आदेश जारी किया गया है. वहीं उन्होंने उक्त उम्र वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुक करने की अपील की है. वहीं जिले के सदर अस्पताल में पड़े वेंटिलेटर को लेकर जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य स्तपर पर वेंटिलेटर ऑपरेटर टेक्नीशियन के लिए दो बार विज्ञापन निकाला गया है, लेकिन अब तक कोई आवेदन नहीं आया है. ऑपरेटरों की बहाली के लिए अब जिला प्रशासन भी विज्ञापन निकालेगा.