जमुई: बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण 15 मई तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. फिर भी राज्य में प्रतिदिन हजारों की संख्या में कोरोना मरीज मिले रहे हैं. जिले में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस कारण सदर अस्पताल का कोविड वॉर्ड फुल हो चुका है.
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सदर अस्पताल में सिर्फ कोविड वार्ड ही नहीं, बल्कि सभी वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं बची है. इस वजह से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एडमिट होने के लिए बेड तक नहीं मिल पा रहा है. कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं, जहां मरीजों को अस्पताल के बाहर बरामदे पर स्ट्रे्चर और कुर्सी पर ऑक्सीजन चढ़वाते देखा गया है.
ईटीवी भारत की पड़ताल में हुआ खुलासा
सदर अस्पताल में फैले कुव्यवस्था की जानकारी के बाद जब ईटीवी भारत की टीम ने अस्पताल का जायजा लिया, तो स्थिति चौंकाने वाली थी. अस्पताल का सभी वार्ड फुल था. मरीजों के रहने के लिए एक भी बेड मौजूद नहीं था. यहां तक कि अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी मरीज वेटिंग कुर्सी पर ऑक्सीजन लगाने को मजबूर थे.
मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण बेड़ की कमी
अस्पताल की इस स्थिति को लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना मरीजों की अधिक संख्या के कारण बेड कम हो गए हैं. हालांकि इन लोगों को गिद्धौर प्रखंड स्थित महोली गांव में स्थित कोविड-19 हेल्थ सेंटर एंबुलेंस के जरिए भेजने की तैयारी हो रही है. कई मरीज वहां जाने के पक्ष में नहीं है. इस वजह से भी परेशानी हो रही है. लेकिन जल्द ही सभी मरीजों को बेड उपलब्ध करवा दिया जाएगा.