जमुईः बिहार के जमुई के खैरा प्रखंड के नौलखा गढ़ के पीछे लगे अरहर की फसल में आग लगने से करीब 10 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है. घटना गुरूवार की सुबह की बताई जा रही है. बताया जाता है कि नौलखा गढ़ के पीछे महुआ चुनने वाले हर साल महुआ वृक्ष के नीचे आग लगते हैं. जिससे उन्हें महुआ चुनने में सुविधा होती है. एक बार फिर महुआ चुनने वालों ने बुधवार की रात भी अपने महुआ पेड़ के नीचे आग लगाया था और ये आग धीरे-धीरे किसानों के अरहर खेत तक पहुंच गई
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50 एकड़ में लगी अरहर जलीः बताया जाता है कि खेत में लगी आग से लगभग 50 एकड़ में लगी अरहर की फसल जल कर राख हो गई. हालांकि घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी गई लेकिन जब तक दमकल विभाग का वाहन घटनास्थल पर पहुंचता तब तक खेत में लगे अरहर जल कर रख हो गए थे. इस घटना में घनवेरिया चौहानडीह के किसान मोती सिंह, अकलू सिंह, सहदेव मांझी, किष्टो मोदी, रामधारी सिंह, राणा सिंह, इंद्रदेव सिंह, उत्तम मांझी सहित दर्जनों किसानों की फसल में आग लग गई है.
लाखों की फसल जलकर राखः किसानों ने बताया कि 50 से अधिक किसानों द्वारा प्रत्येक वर्ष नौलखा गढ़ के पीछे अरहर की खेती की जाती है. इस बार भी अच्छी खासी पूंजी लगाकर अरहर की खेती किया था, लेकीन गुरूवार को आग लगने से सारी फसल जलकर राख हो गई. जिससे 10 लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है. इस घटना के बाद उन किसानों में मायूसी छाई है, जिनकी फसल अब जल चुकी है.