गोपालगंज: पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात (Gopalganj SP Swarna Prabhat) बिहार के गोपालगंज में योगदान देने के बाद एक्शन में हैं. एसपी स्वर्ण प्रभात कुचायकोट थाना पहुंच कर चौकदारो का परेड करवाया. इस दौरान उन्होंने चौकीदारो व पुलिसकर्मी को शख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हाल में शराब की तस्करी पर रोक लगाना है. दरअसल सूबे में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद जिले में शराब तस्करो में पुलिसिया भय नजर नही आ रहा है. जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने पहली बार उत्तर प्रदेश को बिहार को जोड़ने वाला सीमा पर स्थित कुचायकोट थाना पहुंचे. जहां उन्होंने चौकीदारों का परेड निरीक्षण किया.
ये भी पढ़ें- नवादा: अकबरपुर थाने में हुई चौकीदारों की परेड, दिए गए विभिन्न निर्देश
एक्शन में दिखे गोपावगंज एसपी : उन्होंने थाने में तैनात सभी चौकीदार और अफसरों को तमाम तरह के निर्देश देते हुए कुचायकोट थाने में तैनात चौकीदार से लेकर थानेदार तक को यह सख्त निर्देश दिए कि किसी भी सूरत में शराब तस्करी और शराब तस्करों पर लगाम लगाना है. इस कार्य में कोई भी अगर लापरवाही हुई तो दोषी व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. वहीं, अच्छे कार्य करने वाले को पुरस्कृत भी किया जाएगा. कुचायकोट थाना परिसर में चौकीदारी परेड के बारे में उनसे बात किया गया तो उन्होंने बताया कि पूरे जिले के सभी थाना में आज चौकीदारी परेड का आयोजन किया गया.
'पूरे जिले के सभी थाना में आज चौकीदारी परेड का आयोजन किया गया. चौकीदारी परेड का मैंने निरीक्षण किया. इसका उद्देश्य शराब कारोबारी अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाना है.' - स्वर्ण प्रभात, गोपालगंज पुलिस अधीक्षक
शराब तस्करी पर रोक लगाने का दिया निर्देश : साथ ही एसपी स्वर्ण प्रभात कुचायकोट थाना से एनएच 27 चेक पोस्ट पर भी गए. जहां पर तैनात उत्पाद विभाग के अफसर और पुलिस के जवानों के कार्यों का भी जायजा लेते हुए दिखे. बलथरी चेकपोस्ट पर जो कुचायकोट पुलिस के जवान तैनात हैं और उत्तर प्रदेश की तरफ से जो गाड़ियां आती है उसको किस तरह जांच पड़ताल करते हैं, उसका भी उन्होंने जायजा लिया. बता दें कि बिहार में 2016 में शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) लागू है. कानून के तहत शराब की बिक्री, पीने और बनाने पर प्रतिबंध है. शुरुआत में इस कानून के तहत संपत्ति कुर्क करने और उम्र कैद की सजा तक का प्रावधान था, लेकिन 2018 में संशोधन के बाद सजा में थोड़ी छूट दी गई थी.