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गोपालंगज में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 मरे, सरकारी आंकड़ों में 11 की मौत

गोपालगंज जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो गयी है. कुछ लोगों अभी भी विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. हालांकि जिला प्रशासन ने अभी तक 11 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है. पढ़ें पूरी खबर.

Gopalangaj
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Published : Nov 6, 2021, 12:17 PM IST

Updated : Nov 6, 2021, 6:36 PM IST

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले जहरीली शराब (Gopalganj Poisonous Liquor Case) पीने से मरने वालों का आंकड़ा 20 तक पहुंच गया है. हालांकि सरकारी तौर पर सिर्फ 11 मौतों की पुष्टि की गयी है. इस घटना के बाद प्रशासनिक हलचल तेज हो गयी है. छापेमारी और धर-पकड़ अभियान तेज किया गया है. जिले के महम्मदपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हुए हरीली शराब से मौत के मामले में शुरुआती जांच में स्प्रिट से शराब बनाने की बात कही जा रही है. इस पूरे मामले की एसडीओ व सदर एसडीपीओ संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं. हालांकि अभी तक एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट आने के बाद ही 11 लोगों की मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा.

ये भी पढ़ें: बिहार: जहरीली शराब पीने से 33 की मौत, परिजनों ने चोरी छिपे किया दाह संस्कार

दरअसल, जिलाजिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी व एसपी आनंद कुमार ने समाहरणालय सभागार में पत्रकारों को बताया कि पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने पिछले तीन माह के संबंधित इलाके में कई बार छापेमारी की है. छापेमारी में शराब बरामद की गई. उन्होंने बताया कि इस घटना में मृत मुकेश राम के घर पर पूर्व में भी छापेमारी की गई थी. मुकेश राम के भाई सुनील राम को गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान समय में सुनील राम जेल में हैं.

उन्होंने बताया कि पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम घटना के बाद पूरे इलाके में लगातार संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है. एसडीओ व एसडीपीओ को जांच का निर्देश दिया गया हैं. 27 अक्टूबर की घोघराहां में छापेमारी कर करीब एक हजार लीटर शराब बरामद की गई थी. अब पूरे जिले में शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों की घर पकड़ के लिए वृहद अभियान प्रारंभ किया गया है. कई लोग पुलिस के रडार पर है. 20 स्थानों पर पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने पूरे इलाके में कुछ लोगों को चिह्नित किया है. उनके विरुद्ध कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है.

देखें वीडियो

डीएम ने 11 लोगों की मौत की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि 11 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावे तीन लोग गंभीर रूप से बीमार है. हालांकि अभी तक एफएसएल रिपोर्ट नहीं मिली है. रिपोर्ट आने के बाद ही 11 लोगों के मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों के बयान के आधार पर यह कहा जा रहा है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. फिलहाल जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि 11 लोगों की मौत शराब पीने से हुई है. गौरतलब है कि मृतको में महम्मदपुर गांव निवासी मनोरंज सिंह व राजकुमार मिश्रा शामिल हैं. दोनों का पटना पीएमसीएच में इलाज चल रहा था.

पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कहा कि तीन नवंबर को महम्मदपुर में हुई घटना के बाद उत्पाद व पुलिस विभाग की टीम ने कई स्थानों पर संयुक्त रूप से तथा कुछ स्थानों पर अलग-अलग छापेमारी की है. उन्होंने बताया कि पिछले चौबीस घंटे के दौरान कुल 20 स्थानों पर छापेमारी की गई है. इस दौरान कई स्थानों से शराब बरामद की गई. बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके के अलावा महम्मदपुर, बरौली व जादोपुर थाना क्षेत्र के दियारा क्षेत्र में छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई. गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं. साथ ही छापेमारी के दौरान चार बाइक सहित कुल छह वाहनों को जब्त किया गया है.


ये भी पढ़ें: बिहार में जहरीली शराब से मौत का मामला: 72 घंटे में 39 की मौत, 3 गिरफ्तारी


अब तक इन लोगों का किया गया पोस्टमार्टम

1. संतोष कुमार साह, महम्मदपुर

2. लाल बाबू सोनी, महम्मदपुर

3. सूरज राम, महम्मदपुर

4. बलिराम राम, महम्मदपुर

5. चंद्रमा राम, मंगोलपुर

6. दुर्गा शर्मा, बलरा हसनपुर

7. छोटे लाल प्रसाद, महम्मदपुर

8. मुकेश राम, कुशहर

9. इंद्रजीत राम, मंगोलपुर

10. मेवालाल साह, कर्णकुदरिया

11. योगेंद्र महतो, बुचेया

इनका नहीं हुआ है पोस्टमार्टम

1. रमेश राम, मंगोलपुर

2. चुन्नू पाण्डेय, बुचेया

3. रामबाबू यादव, महम्मदपुर

4. ज्ञानचंद राम, हकाम

5. राजमोहन राम, हकाम

6. मोहन राम, लोहिजरा

7. नीरज मांझी, झंझवा सिधवलिया

बता दें कि जहरीली शराब कांड को लेकर एक बार फिर गोपालगंज जिला सुर्खियों में है. 15 मार्च 2016 की रात शराब खजुरबानी शराब कांड में 19 लोगों की मौत हुई थी. जिसमे 6 लोगों के आंखों की रोशनी गायब हो गई थी. इस घटना के बाद विभागीय स्तर पर कई पुलिस पदाधिकारियों पर गाज गिरी थी. तत्कालीन एसपी रवि रंजन कुमार ने नगर थाना के थानेदार सहित कुल 25 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था. नगर थाने में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को हटाकर नए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.

वहीं, शराब कांड के आरोपियों के घर सील किया गया था. इस चर्चित मामले में विशेष न्यायालय उत्पाद सह द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में सुनवाई पूरी होने के बाद मार्च 2021 को नौ दोषियों को न्यायालय द्वारा फांसी तथा चार महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सुनाई गई थी. वहीं, मार्च महीने में विजयीपुर थाना क्षेत्र के मठिया मुसहर टोली के समीप जहरीली शराब पीने से मझवलिया ईंट भट्ठा पर काम करने वाले झारखंड के तीन मजदूरों की मौत हो गई थी तथा दो की आंखों की रोशनी चली गई थी. इसके बाद थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया था. दो स्थानीय चौकीदारों पर भी कार्रवाई हुई थी.

ये भी पढ़ें: जहरीली शराब कांड पर बोली कांग्रेस- 'छोटे अफसरों पर कार्रवाई, बड़ी मछलियों को सरकार का संरक्षण'

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले जहरीली शराब (Gopalganj Poisonous Liquor Case) पीने से मरने वालों का आंकड़ा 20 तक पहुंच गया है. हालांकि सरकारी तौर पर सिर्फ 11 मौतों की पुष्टि की गयी है. इस घटना के बाद प्रशासनिक हलचल तेज हो गयी है. छापेमारी और धर-पकड़ अभियान तेज किया गया है. जिले के महम्मदपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हुए हरीली शराब से मौत के मामले में शुरुआती जांच में स्प्रिट से शराब बनाने की बात कही जा रही है. इस पूरे मामले की एसडीओ व सदर एसडीपीओ संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं. हालांकि अभी तक एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट आने के बाद ही 11 लोगों की मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा.

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दरअसल, जिलाजिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी व एसपी आनंद कुमार ने समाहरणालय सभागार में पत्रकारों को बताया कि पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने पिछले तीन माह के संबंधित इलाके में कई बार छापेमारी की है. छापेमारी में शराब बरामद की गई. उन्होंने बताया कि इस घटना में मृत मुकेश राम के घर पर पूर्व में भी छापेमारी की गई थी. मुकेश राम के भाई सुनील राम को गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान समय में सुनील राम जेल में हैं.

उन्होंने बताया कि पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम घटना के बाद पूरे इलाके में लगातार संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है. एसडीओ व एसडीपीओ को जांच का निर्देश दिया गया हैं. 27 अक्टूबर की घोघराहां में छापेमारी कर करीब एक हजार लीटर शराब बरामद की गई थी. अब पूरे जिले में शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों की घर पकड़ के लिए वृहद अभियान प्रारंभ किया गया है. कई लोग पुलिस के रडार पर है. 20 स्थानों पर पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने पूरे इलाके में कुछ लोगों को चिह्नित किया है. उनके विरुद्ध कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है.

देखें वीडियो

डीएम ने 11 लोगों की मौत की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि 11 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावे तीन लोग गंभीर रूप से बीमार है. हालांकि अभी तक एफएसएल रिपोर्ट नहीं मिली है. रिपोर्ट आने के बाद ही 11 लोगों के मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों के बयान के आधार पर यह कहा जा रहा है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. फिलहाल जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि 11 लोगों की मौत शराब पीने से हुई है. गौरतलब है कि मृतको में महम्मदपुर गांव निवासी मनोरंज सिंह व राजकुमार मिश्रा शामिल हैं. दोनों का पटना पीएमसीएच में इलाज चल रहा था.

पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कहा कि तीन नवंबर को महम्मदपुर में हुई घटना के बाद उत्पाद व पुलिस विभाग की टीम ने कई स्थानों पर संयुक्त रूप से तथा कुछ स्थानों पर अलग-अलग छापेमारी की है. उन्होंने बताया कि पिछले चौबीस घंटे के दौरान कुल 20 स्थानों पर छापेमारी की गई है. इस दौरान कई स्थानों से शराब बरामद की गई. बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके के अलावा महम्मदपुर, बरौली व जादोपुर थाना क्षेत्र के दियारा क्षेत्र में छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई. गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं. साथ ही छापेमारी के दौरान चार बाइक सहित कुल छह वाहनों को जब्त किया गया है.


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अब तक इन लोगों का किया गया पोस्टमार्टम

1. संतोष कुमार साह, महम्मदपुर

2. लाल बाबू सोनी, महम्मदपुर

3. सूरज राम, महम्मदपुर

4. बलिराम राम, महम्मदपुर

5. चंद्रमा राम, मंगोलपुर

6. दुर्गा शर्मा, बलरा हसनपुर

7. छोटे लाल प्रसाद, महम्मदपुर

8. मुकेश राम, कुशहर

9. इंद्रजीत राम, मंगोलपुर

10. मेवालाल साह, कर्णकुदरिया

11. योगेंद्र महतो, बुचेया

इनका नहीं हुआ है पोस्टमार्टम

1. रमेश राम, मंगोलपुर

2. चुन्नू पाण्डेय, बुचेया

3. रामबाबू यादव, महम्मदपुर

4. ज्ञानचंद राम, हकाम

5. राजमोहन राम, हकाम

6. मोहन राम, लोहिजरा

7. नीरज मांझी, झंझवा सिधवलिया

बता दें कि जहरीली शराब कांड को लेकर एक बार फिर गोपालगंज जिला सुर्खियों में है. 15 मार्च 2016 की रात शराब खजुरबानी शराब कांड में 19 लोगों की मौत हुई थी. जिसमे 6 लोगों के आंखों की रोशनी गायब हो गई थी. इस घटना के बाद विभागीय स्तर पर कई पुलिस पदाधिकारियों पर गाज गिरी थी. तत्कालीन एसपी रवि रंजन कुमार ने नगर थाना के थानेदार सहित कुल 25 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था. नगर थाने में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को हटाकर नए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.

वहीं, शराब कांड के आरोपियों के घर सील किया गया था. इस चर्चित मामले में विशेष न्यायालय उत्पाद सह द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में सुनवाई पूरी होने के बाद मार्च 2021 को नौ दोषियों को न्यायालय द्वारा फांसी तथा चार महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सुनाई गई थी. वहीं, मार्च महीने में विजयीपुर थाना क्षेत्र के मठिया मुसहर टोली के समीप जहरीली शराब पीने से मझवलिया ईंट भट्ठा पर काम करने वाले झारखंड के तीन मजदूरों की मौत हो गई थी तथा दो की आंखों की रोशनी चली गई थी. इसके बाद थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया था. दो स्थानीय चौकीदारों पर भी कार्रवाई हुई थी.

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Last Updated : Nov 6, 2021, 6:36 PM IST
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