गोपालगंज: लद्दाख के लेह में शहीद हुए एनएसजी कमांडो दीपक कुमार का पार्थिव शरीर (Shaheed NSG Commando Deepak Singh) जब तिरंगे में लिपटकर भुड़कुंइया गांव पहुंचा तो हर किसी की आंखे लाल हो गईं. मां अपने वीर सपूत को ऐसे हाल में देखकर बदहवाश थी. 'जल्द ही आशीर्वाद लेने के लिए घर आने' को कहकर निकले बेटे के शरीर को ताबूत में देखकर पिता की आंखें छलछला उठी थीं, भाई का कलेजा बैठा जा रहा था. शहीद की पत्नी माधुरी ने ऐसे हालात में खुद को संभालते हुए उनके शव को सैल्यूट किया. उनको सलामी लेता देख मौजूद लोगों ने भारत माता की जय के नारे से पूरे इलाका गूंजा दिया.
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शहीद की पत्नी ने किया पार्थिव शरीर को सैल्यूट: शहीद की पत्नी ने आंसू पोंछते हुए अपने वीर पति की शहादत को सलाम किया. उन्होंने कहा कि मुझे अपने पति पर गर्व है. ये नसीब सबकी किस्मत में नहीं होता. मैं अपनी बेटी को अपने पति जैसा बनाऊंगी. पंचतत्व में विलीन हुए शहीद दीपक अपनी गर्भवती पत्नी से कहा करते थे तुमसे पहले मेरा देश और देश से किया वादा निभाना है. कभी मेरे साथ ऐसा हो तो तुम मेरी शहादत पर आंसू मत बहाना.
''मैं दो माह की गर्भवती हूँ और दो साल की एक बेटी है. मैंने अपने पति को देश के लिए कुर्बान कर दिया, अब हमारा क्या होगा? मेरा कोई सहारा नहीं है. मैं अपने बच्चो को उन्ही के जैसा बनाना चाहती हूं. अक्सर वो कहा करते थे कि तुमसे पहले मेरा देश है और देश से किया हुआ वादा निभाना है. जो भाग्यशाली होते हैं वही देश के लिए शहीद होते हैं. मेरी शहादत पर तुम आंसू मत बहाना.''- माधुरी, शहीद दीपक की पत्नी
भारत माता के नारों से गूंज उठा गांव : दरअसल उनके अंतिम बिदाई के समय हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. चारों तरफ 'शहीद दीपक अमर रहे', 'भारत माता की जय', 'जब तक सूरज चांद रहेगा दीपक के तेरा नाम रहेगा', के नारों से पूरा महौल गुंजायमान हो उठा. वहीं शहीद दीपक की 2 महीने की गर्भवती पत्नी माधुरी ने कहा की मेरे पति मरे नहीं हैं शहीद हो गए हैं. उनके शहादत को सैलूट है. साथ ही उन्होंने कहा कि फोन पर उनसे बात हुई थी कहा था कि 'फरवरी तक आऊंगा. मार्च-अप्रैल तक पोस्टिंग आने के बाद तुम्हे अपने साथ ले कर चलूंगा.'
''मैं एक वीर की पत्नी हूं, शहीद दीपक सिंह को मेरा सेल्यूट है. उनको मेरा नमन है. मेरे पति देश की सेवा करते-करते शहीद हो गए. उन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. मैं उनकी इकलौती बेटी को भी उन्हीं के मार्ग में चलने के लिए प्रेरित करूंगी''- माधुरी, शहीद दीपक की पत्नी
पंचत्तव में विलीन हुए एनएसजी कमांडो दीपक सिंह: देश का लाल दीपक कुमार सिंह आज पंचतत्व में विलीन (Martyr Deepak Singh Funeral in Gopalganj) हो गये. उनको गार्ड ऑफ ऑनर देकर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. एनएसजी कमांडो के अधिकारियों व कमांडो फोर्स ने उन्हें सलामी दी. इसी दौरान शहीद दीपक की पत्नी माधुरी ने भी अपने पति को अंतिम सलाम किया.
4 जनवरी को लद्दाख के लेह में हुआ था हादसा: बता दें कि चार जनवरी की सुबह लद्दाख के लेह में भारी बर्फबारी हो रही थी. कैंप से कार चलाकर प्रहलाद सिंह के पुत्र दीपक सिंह ट्रेनिंग कैंप जा रहे थे, उनके साथ चार अन्य जवान भी कार में सवार थे. अचानक बर्फबारी की वजह से कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी गहरे खाई में जा गिरी, जिसमें दीपक सिंह की मौत हो गई थी.