गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में शराब तस्करों के खिलाफ पुलिस सख्त रुख अख्तियार कर लिया (Police Raid Against Liquor Mafia In Gopalganj) है. छपरा के मशरख में हुए जहरीली शराब कांड के बाद गोपालगंज जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर (Gopalganj Police On Alert Mode) है. उत्पाद विभाग की टीम विभिन्न जगहों पर ड्रोन कैमरे और डॉग स्क्वायड की टीम के सहयोग से छापेमारी कर शराब तस्करों के मंसूबे पर पानी फेर रही है. जिससे शराब तस्करों और देसी शराब निर्माताओं के बीच भय का महौल है. उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान देसी अर्द्ध निर्मित शराब को जमीन के अंदर से खोद कर निकाल कर नष्ट करती हुई नजर आ रही है.
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गोपालगंज में शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी : दरअसल, सूबे में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आये दिन शराब की खेप बरामद होते रहती है. उत्पाद विभाग द्वारा लगातार इसको लेकर छापेमारी के बाद शराब तस्करों और देसी शराब निर्माताओं में हड़कंप मचा हुआ है. जिले के सीमावर्ती इलाका बैकुंठपुर प्रखण्ड के गंडक नदी के तटवर्ती इलाके में ड्रोन कैमरे और डॉग स्क्वायड के सहयोग से छपेमारी की गई. इस दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने मांझा प्रखण्ड के ग़ांव में छापेमारी करते हुए जमीन खोद कर अर्द्ध निर्मित शराब को जब्त कर नष्ट कर दिया. हलांकि पुलिस टीम के पहुंचने की भनक लगते ही कच्ची शराब बनाने वाले फरार होने में सफल हो गए.
छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत : गौरतलब है कि बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत (Chhapra Poisonous Liquor Case) का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक मृतकों की संख्या 40 के पार पहुंच चुकी है, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. जिला प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 26 लोगों के मौत की पुष्टि की है. जबकि छपरा जिला अस्पताल और पीएमसीएच में 10 लोगों का इलाज चल रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि 13-14 दिसंबर की रात को ये मौतें हुईं थीं.