गोपालगंज: जिले में आयी दोबारा बाढ़ के कारण लोगों ने अपने घरों को छोड़ कर एनएच 28 पर शरण ले लिया है. वहीं प्रशासन ने वन लेन को बंद कर दिया गया है. जिससे एक ही लेन में दोनों ओर से वाहनों का आवगमन हो रहा है. ऐसे में इस महाजाम में बस सवार यात्री हो या ट्रक ड्राइवर या एम्बुलेंस सभी फंसे रह जाते हैं.
लोगों को हो रही परेशानी
नेशनल हाईवे पर बरौली प्रखंड के देवापुर और मिर्जापुर के पास बाढ़ पीड़ितों के रहने के कारण एक ही लेन से हजारों की संख्या में निकलने वाले वाहनों को काफी मशक्कत के बाद सिंगल रोड से निकाला जा रहा है. सिंगल लेन से दिल्ली से गुवाहाटी और गुवाहाटी से दिल्ली, नेपाल, लखनऊ, यूपी, हरियाणा समेत कई राज्य की तरफ जाने वाले हजारों वाहन महाजाम में फंस कर हलकान हो रहे हैं.
दोनों तरफ से वाहनों का आवगमन
गोपालगंज में आई बाढ़ और भारी बारिश ने एनएच-28 से लेकर जिले की कई सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है. जलजमाव की वजह से एनएच 28 पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. जिससे वाहनों की रफ्तार कम हो गई है. साथ ही बरौली सिंधवलिया में आई बाढ़ के कारण पीड़ित परिवार ने एनएच 28 पर शरण ले लिया है. जिससे एक ही लेन में दोनों तरफ की वाहनों का आवगमन हो रहा है.
जाम के खुलने का इंतजार
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की ऐसी खराब हालत पहले कभी नहीं थी. लेकिन इस बार बीते एक सप्ताह से बस, ट्रक से लेकर सभी छोटे-बड़े वाहन इस जाम से हलकान हैं. सबसे ज्यादा परेशानी दूर की यात्रा करने वाले बस यात्रियों को और एम्बुलेंस में सफर कर रहे मरीजों को होती है. जिन्हें भी इस जाम में कई घंटे तक जाम के खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है.
मरम्मत का कार्य शुरू
सदर एसडीओ उपेंद्र पाल से बात की गई तो, उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि एनएच 28 के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. मरम्मत करने के दौरान डुमरिया घाट पुल को 2 अक्टूबर से 3 दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा. इसलिए लखनऊ से गोरखपुर गोपालगंज होते हुए मुजफ्फरपुर जाने वाली इस सड़क पर परिचालन ठप रहेगा.