गोपालगंज: जल जीवन हरियाली योजना के तहत जिले में अतिक्रमण जल स्त्रोंतों को मुक्त कराने के लिए प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. गोपालगंज सदर प्रखंड में अतिक्रमण किए गए जल स्त्रोतों को मुक्त कराने के लिए सूची भी तैयार कर ली गई है. जिसमें 451 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. वहीं, 47 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है.
अंचलाधिकारी ने दी जानकारी
इसकी जानकारी अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि इसकी सूची तैयार कर ली गई है. सरकार की जल जीवन हरियाली योजना काफी अच्छी योजना है. उन्होंने कहा कि इसके तहत जो जल स्रोत नहर, तालाब, कुंओं पर अतिक्रमण किए गए हैं, उन्हें खाली कराया जाएगा.
'अतिक्रमण मुक्त कराने की तैयारी'
अंचलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन हरियाली के तहत तालाब, आहर, पाइन के उड़ाही, पौधे लगाना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग के साथ ही उन इलाकों तक नदियों का पानी पहुंचाना है, जहां सूखा पड़ता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने उन जल स्रोतों को चिन्हित करने का निर्देश दिया था, जो अतिक्रमण के चपेट हैं. जिसे अतिक्रमण से मुक्त कर उसकी उड़ाही करा कर योग्य बनाई जा सके.
'काम में हो रही देरी'
वहीं, कई जगहों पर सरकारी काम में देरी होने के कारण लोगों ने तालाबों में पाटकर मकान तैयार कर लिया है. हालांकि, इसपर अंचलाधिकारी ने बताया कि उन मकानों को भी खाली कराया जाएगा.
इन गांव के लोगों ने किया अतिक्रमण
बस डीला पंचायत में 30
तीरबिरवा पंचायत 36
जादोपुर दुखहरण पंचायत 46
एकडेरवा पंचायत 4
वरई पट्टी पंचायत 7
जगिरी टोला पंचायत 14
ख्वाजेपुर पंचायत 5
मानिकपुर पंचायत 12
नगर परिषद 12
चौराव पंचायत 13
यादवपुर शुक्ल पंचायत 8
कोंहवा पंचायत 7
बिशुनपुर पूर्वी पंचायत 8
बिशुनपुर पश्चिमी पंचायत में 17
भितभेरवा पंचायत 5
को चिन्हित किया गया है. वहीं, 90 पोखरा, गड़हा, पाइन, आहार, पर लोगों ने या तो खेत बनवा लिया है. सरकार उसपर भी कार्रवाई करने में जुटी है.