गोपालगंजः जिले के अधिकांश लोग कम लेयर का पानी पी रहे हैं. जिसमें नाइट्रेट की अधिकता होती है. इससे लोगों में पेट की बीमारियां बढ़ रही हैं. खासकर बच्चों में इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है.
बच्चे जल्दी आते हैं चपेट में
जलस्तर उपर होने के कारण 20 से 25 फीट की बोरिंग पर यहां पानी मिलने लगता है. ये जल का पहला और दूसरा स्तर माना जाता हैं. जिसमें नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती हैं. लंबे समय तक इसका सेवन कई बीमारियों का कारण बन जाता है. बच्चे जल्दी इसकी चपेट में आते हैं. हैंडपंप के लिए निर्धारित मानक के अनुसार 150 फीट की गहराई तक बोरिंग होनी चाहिए. लेकिन लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के आंकड़े की माने तो जिले में 60% से भी अधिक घरों में 20 से 25 फीट की बोरिंग का पानी ही इस्तेमाल किया जा रहा है.
जॉन्डिस और डायरिया का खतरा
स्थानीय डॉ. नौशाद आलम बताते हैं कि इलाके के लोगों में इन दिनों पेट की समस्या बढ़ी है. कम लेयर का पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं. दूषित पानी पीने से जॉन्डिस और डायरिया जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है.