गोपालगंज: जिले के महावीरी अखाड़ा को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. आस्था के नाम पर यहां फूहड़ता देखने को मिली. महावीरी अखाड़े ( Obscene Dance Of Girls In Mahaviri Akhada ) का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें नर्तकियों द्वारा अश्लील डांस (Obscene Dance Of Girls In Gopalganj) किया जा रहा है. वायरल वीडियो मीरगंज से थाना क्षेत्र के मीरगंज शहर में निकाली गई महावीरी अखाड़े का होने का दावा किया जा रहा है.
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150 नामजद और 2000 अज्ञात लोगों पर FIR: मीरगंज थाना प्रभारी छोटन कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर 150 नामजद और 2 हजार अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज (FIR on 2000 people in Gopalganj) की गई है. जुलूस में रोक के बावजूद डीजे बजाया गया और अखाड़े में बार बालाओं से अश्लील नृत्य कराया गया था. इस मामले में आयोजकों पर नियम सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
"वायरल वीडियो के आधार पर 150 लोगों पर नामजद और 2000 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. जुलूस पर प्रशासन ने रोक लगाया था. फिर भी डीजे बजाया गया और अश्लील डांस भी कराया गया."- छोटन कुमार,मीरगंज थाना प्रभारी
महावीरी अखाड़े में अश्लील डांस: वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे महावीरी अखाड़े में नर्तकियों द्वारा अश्लील गीतों पर जमकर ठुमके लगाये जा रहे हैं. नर्तकियों का अश्लील डांस का वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है. आयोजकों पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है. प्रशासन की रडार पर कई लोग हैं.
सदियों से निभाई जाती है ये परंपरा: महावीरी अखाड़े का प्रचलन 18वीं सदी से हो रहा है. इस अखाड़े में हनुमान जी की प्रतिमा के साथ गांव और टोली के द्वारा अलग-अलग तिथियों को जुलूस निकाला जाता है और पारंपरिक तरीके से लाठी और डंडे का करतब दिखाने की परंपरा है. हनुमानजी के साथ ही अन्य देवी-देवताओं को नगर भ्रमण कराया जाता है. हर साल इस धार्मिक मेला का आयोजन कर सामाजिक कुरीतियों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है.
अखाड़े में फूहड़ता पड़ी भारी : सावन की पूर्णिमा के दिन जिला मुख्यालय से महावीरी अखाड़ा शुरू होती है और इसका समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है. परम्परा है कि अखाड़ा जुलूस आधी रात को निकाल कर सुबह में समापन कर दिया जाता है. इसके साथ ही पूरे दिन मेला का आयोजन होता है जिसमें सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है. लेकिन आस्था के नाम पर अखाड़े में जिस तरह से नर्तकियों से अश्वलील डांस करवाया गया निश्चित तौर पर इससे लोगों की भावनाओं ठेस पहुंची है. धार्मिक अखाड़े को मनोरंजन का रूप दे दिया गया. हालांकि प्रशासन ने ऐसे आयोजकों पर प्राथमिकी दर्ज की है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.