गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज अंकित हत्याकांड में पीड़ित परिजनों से मिलने आज नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा पहुंचे. उन्होंने परिजनों को सांत्वना देने के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया. साथ ही उन्होंने परिजनों से वारदात की पूरी जानकारी ली. पीड़ित परिजनों ने हत्यारे की गिरफ्तारी और फांसी की मांग करते हुए पुलिस पर भी सवाल उठाए. साथ ही उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की.
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विजय सिन्हा ने की अंकित के परिजनों से मुलाकात: दरअसल, पिछले शुक्रवार को नगर थाना क्षेत्र के पसरमा गांव निवासी एक युवक अंकित कुमार की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद भारी बवाल हुआ. जिसमें 15 लोगों पर नामजद मामला दर्ज हुआ था. वहीं, पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. वहीं, सोमवार को भाजपा नेता व नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने पसरमा गांव में परिजनों से मुलाकात कर मीडिया से मुखातिम होते हुए बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया.
''वर्तमान सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. हिंदुओं को डराया और धमकाया जा रहा है. बिहार को आतंकवादियों का गढ़ बनाया जा रहा है. बड़े भाई-छोटे भाईयों द्वारा पूरे बिहार में तुष्टिकरण किये जाने के कारण मनोबल बढ़ा है. जिसके कारण इस तरह की घटना हो रही है. मस्जिद के सामने 15 लोगों द्वारा खुलेआम हत्या किया गया. पुरुष और महिला ने मिल कर अंकित की हत्या की है. 15 लोगों पर 48 घंटा बीत जाने के बाद कार्रवाई न किया जाना मस्ज़िद और आरोपियों के गांव के रक्षा लिए पूरा फोर्स उतरता है. क्या हिन्दू होना अपराध है?''- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
क्या हिन्दू होना गुनाह है? : विजय सिन्हा ने वर्तमान सरकार को तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मस्जिद के सामने 15 लोगों द्वारा अंकित की हत्या कर दी गई. 48 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की गई. मस्जिद और आरोपियों के गांव की रक्षा के लिए पूरा फोर्स उतार दिया जाता है. उन्होंने इस मामले में उच्चस्तरी जांच की मांग की. सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या हिन्दू होना गुनाह है?
उच्चस्तरीय जांच की मांग: नेता प्रतिपक्ष विजय सन्हा ने कहा कि मदरसों के अंदर गलत लोगों की जमात बैठती है. आतंकवादियों को पनाहगार बनाता है. ये मामला सड़क से सदन तक जाएगा. सरकार अगर भयभीत करेगी तो बिहार के अंदर वो वातावरण नहीं है. सरकार के गुंडागर्दी और तुष्टिकरण के विरोध में बिहार की जनता के प्रहरी के नाते सड़क से सदन तक जाएंगे. अगर ये सरकार बुलडोजर नहीं चढ़ाती है तो बीजेपी की सरकार बनेगी और हिंदुओं पर अत्याचार करने वालों के घर पर बुल्डोजर मैं चढ़ाऊंगा.