गोपालगंज: जिले के कुचायकोट प्रखंड के काला मटीहनिया पंचायत अंतर्गत विशम्भरपुर गांव के समीप गंडक नदी ने अचानक कटाव शुरू कर दी है. कटाव शुरू होते ही स्थनीय लोगों में दहशत है. स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कटाव रोधी कार्य में जुट गई है. लेकिन स्थानीय लोग कटावरोधी कार्य से संतुष्ट नही है. क्योंकि प्रशासनिक कार्यवाही खनापूर्ती मात्र साबित हो रही है.
दरअसल गंडक नदी ने पांच प्रखण्ड के सैकड़ों गांव मे तबाही मचा चुकी है. ऐसे में फिलहाल गंडक की तबाही से निजात पाना सम्भव नहीं है. क्योंकि गंडक ने अब कटाव करना शुरू कर दिया है. जहां पूर्व में गंडक नदी की धारा का बहाव हुआ करता था. वहां से नदी कटाव करते हुए कई एकड़ जमीन को अपने आगोस में लेते हुए विशम्भरपुर पंचायत के काला मटिहानीया के पास सारण तटबन्ध तक पहुंच गई है.
'कटाव रोधी कार्य मे काफी अनियमितता'
नदीं में हो रहे कटाव के कारण लोग रात्रि जागरण कर रहे है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कटाव रोधी कार्य मे काफी अनियमितता बरती जा रही है. काम युद्ध स्तर पर होना चाहिए. लेकिन काफी धीमी गति से चल रही है. स्थानीय लोग कटाव रोधी कार्य के नाम पर लूट-खसोट करने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि मिट्टी भरे बोरे के साथ ही खाली बोरे को भी नदी में फेंक दिया जा रहा.
तटबंध को बचाना मुश्किल
स्थानीय लोगों ने बताया कि बचाव कार्य में लगे लोग तटबंध के कट जाने का इंतजार कर रहे हैं. कटाव तेजी से हो रहा है. इस परिस्थिति में तटबंध को बचाना मुश्किल है. पानी के बहाव में रफ्तार इतना तेज है कि स्थिति में अगर सुधार नहीं हुई. तो एक-दो दिनों में बांध नदी में समा जाएगा. अब तक कटाव से बचाव हेतु बनाये गए 15 ठोकर ध्वस्त हो चुके हैं.