गोपालगंज: बिहार में बाल्मीकि नगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी के कारण गंडक का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है. जिससे गोपालगंज (Flood In Gopalganj) जिले के दियरा इलाके के लोगों के घरों में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. ऐसे में लोग अपने घरों को छोड़ पलायान कर गए हैं. वहीं कुछ लोग अभी भी अपने घरों में पानी के बीच रहने को मजबूर हैं.
इसे भी पढ़ें : सारण: पानापुर में मंडराने लगा चौथी बार बाढ़ का खतरा, प्रशासन ने लोगों को सचेत रहने की दी सलाह
दरअसल गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित जिला माना जाता है. इस वर्ष बाल्मीकि नगर बराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण 4 बार बाढ़ की समस्या से लोग उबर नहीं पा रहे हैं. दियरा वासी बाढ़ आने के बाद पलायन कर जाते हैं. लेकिन जैसे ही अपने घर लौटना चाहते हैं, वैसे ही बाढ़ दस्तक दे दे रहा है. एक बार फिर बाढ़ के दस्तक देते ही निचले इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
जिले के सदर प्रखंड समेत जिले के अन्य प्रखंडों के निचले इलाके में लगातार गंडक का पानी बढ़ रहा है. पानी बढ़ने से लोगों का पलायन शुरू हो गया है. बात करें सदर प्रखंड के हीरा पाकड़ गांव की तो इस गांव में करीब 200 घर हैं जो बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके हैं. लोगों के घरों में पानी घुस जाने के कारण लोग पलायन कर बांध पर शरण लिए हैं. वहीं कई ऐसे लोग आज भी बाढ़ के बीच घर मे कैद हो गए हैं.
ये भी पढ़ें : बिहार की कई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर, बारिश ने बढ़ाई चिंता
वहीं स्थानीय बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि स्थिति काफी खराब हो गई है. सरकार के तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है. चूड़ा मीठा खाकर दिन गुजार रहे हैं. सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण हम लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. बहरहाल जिला प्रशासन ने बीते शुक्रवार को बैठक कर बाढ़ प्रभावित इलाकों में नाव के अतिरिक्त व्यवस्था करने की बात कही थी. लेकिन अभी तक सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है. जिसकी वजह से लोगों को पैसे देकर प्राइवेट नाव से अपने घरों और गांव से बाहर आना पड़ रहा है.
सदर प्रखंड के जगरी टोला, मांगुराहा, खाप मकसूदपुर, मलाही टोला, कटघरवा, हिरापाकड, मांझागढ़ प्रखंड के भैसही, गोसिया, निमुइया सहित बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड के भी कई गांव लगातार बाढ़ से घिर रहे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों से डीएम ने लोगों को बाहर आने की अपील की है. इसके साथ ही तटबन्धों की निगरानी को लेकर के भी मजिस्ट्रेट और जिला पुलिस को तैनात किया गया है.