गोपालगंजः सरकार की ओर से किसानों के लिए कई तरह की योजना लागू की गई है, ताकि किसान को खेती करने में कोई समस्या न हो. लेकिन किसानों की समस्या कम होने की बजाए बढ़ती जा रही है. वर्तमान में रबी फसल की सिंचाई का मौसम चालू है. लेकिन नहरे सूखी पड़ी हैं और नलकूप बंद हैं. जिससे मजबूर किसान पम्पसेट का सहारा लेकर रबी के फसल की सिंचाई कर रहे हैं.
सिंचाई के लिए किसान परेशान
सरकार की ओर से किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए बनाए गए नहरे ओर नलकुप दोनों सिचाई के प्रमुख साधन है. जो सूखे की हालात में साथ छोड़ रहे है. किसान सदानंद सिंह का कहना है कि महंगे दामों पर डीजल खरीदकर पम्पसेट से सिंचाई की जाती है. गेहूं के फसल की सिंचाई करने के लिए वर्तमान में पानी की आवश्यकता है. लेकिन नलकूप खराब पड़े है और नहरे सुखी है. जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है. किसान पम्पसेट से सिंचाई करने को मजबूर हो रहे है.
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पम्पसेट से सिंचाई करने को मजबूर किसान
सारण के मुख्य नहर में पानी और उससे निकलने वाली वितरणी नहर में पानी नहीं होने के कारण सुख गई है. जिससे किसानों को पानी मिलना सम्भव नहीं हो पाता है. वैसे में किसान निजी पम्पसेट से महंगे डीजल खरीद कर खेतों की सिंचाई कर रहे है. वहीं, अगर बात करे सरकारी नलकूप की तो जिले में 316 नलकूप बनाए गए हैं, ताकि किसानों को सिंचाई की समस्या से निजात दिलाया जा सके. लेकिन इन नलकूपों में मात्र 108 नलकूप ही चालू हालत में है. बाकी यांत्रिकी दोष, बिजली और नाला खराब होने के कारण बन्द पड़े है.