गोपालगंजः कड़ी मेहनत के बाद फसल पककर तैयार हो और पलक झपकते ही सब खाक हो जाए, तो उस समय किसान के परिवार पर क्या बीतती होगी? इसका अंदाजा वे किसान ही लगा सकते हैं. जिनकी फसलें आग की चपेट में आने से बर्बाद हो गई हैं.
गोपालगंज जिले के किसान आए दिन इस पीड़ा को झेल रहे हैं. यहां हर साल बिजली के तार मुसीबत बनकर दर्जनों किसानों की उम्मीदों को राख कर रहे हैं. यहां खेतो के रास्ते गुजरे हाईटेंशन बिजली के तार आग की वजह बन रहे हैं. हाल ही में शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से आगलगी की घटना हो चुकी है. जिसमें सैकड़ों बीघे से ज्यादा गेहूं की फसल जल गई थी. लेकिन इस पर बिजली विभाग के अधिकारी बेफिक्र रहते हैं.
हाइटेंशन तार है घातक
पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि खेतों के रास्ते हाइटेंशन तार की सप्लाई होती है. जो किसानों के लिए काफी घातक है. बिजली के तार आपस में टकराने के कारण फसल में आग लगती है. एक किसान ने बताया कि खेत में तार गिरने के बाद एक किसान वहां गया तो वह भी उसकी चपेट में आ गया.
विभाग की बेरुखी
पिछले एक सप्ताह में दर्जनों किसानों की सैकड़ों एकड़ गेंहू की फसल जल गई है. इस नुकसान की भरपाई भी समय पर नहीं हो पा रही है. लिहाजा किसानों के चेहरों पर मायूसी पसरी है. मुआवजे को लेकर किसानों ने कई बार विभाग के चक्कर लगाते हैं. इसके बावजूद समय पर मुवावजे की राशि नहीं मिल पाती है.
प्रशासन के बोल
इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी विनोद सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर तार के आपसे में टकराने से आगलगी की घटना होती है. जिसका सर्वे कराया जा रहा है जो पीड़ित किसान है उन्हें मुवावजा राशि दी जाएगी.
यहां-यहां हो चुकी है आगलगी
- करमासीन गांव के पास स्थित चौर में 30 एकड़ की गेहूं की फसल जलकर राख हो गई.
- हथुआ प्रखंड के मछागर लखीराम गांव के पास 20 एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई.
- पंचदेवरी प्रखंड के मछुआ गांव में 100 बोझा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई.
- कुचायकोट के नरहवा सुकुल गांव में बीते दिन हाईटेंशन तार के टकराने से निकली चिंगारी से गेंहू की 5 एकड़ फसल खाक हो गई.