गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में पिता को बेटे से जान का खतरा बताया जा रहा है. जिले के नगर थाना क्षेत्र के अरार मोहल्ला निवासी एक बुजुर्ग शख्स बेटे के प्रताड़ना से तंग आकर दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. आलम यह है कि अपना घर रहने के बावजूद पिछले 6 माह से वो इधर उधर भटक रहा है. बेटे के खिलाफ स्थानीय थाना में लिखित आवेदन देने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से शख्स काफी परेशान है.
बेटे ने पिता को घर से निकाला: दरअसल इस संदर्भ में नगर थाना क्षेत्र के आरार मोड़ निवासी 65 वर्षीय कृष्णा चौधरी ने बताया कि वह पहले विष्णु सुगर मिल में गार्ड की नौकरी करता था. 2021 में वह रिटायर्ड हुआ. चार बेटी और इकलौते बेटे की देख भाल की उन्हें पढ़ाया लेकिन आज उसी बेटे ने उसे दर-दर की ठोकरे खाने पर विवश कर दिया है. बुजुर्ग की पत्नी चंद्रावती देवी की कैंसर से वर्ष 2012 में मौत हो गई थी. जिसके बाद भी उसके बेटे में कोई सुधार नहीं हुआ और उसने अपने पिता को घर से निकाल दिया. बुजुर्ग 6 माह से इधर उधर जीवन बिताने को मजबूर है.
पिता ने दिया बेटे की गिरफ्तारी का आवेदन: कृष्णा चौधरी ने बताया कि काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहता था. जिसके बाद उसका बेटा 12 वर्ष की उम्र में ही नशेड़ी बन गया. इस बीच जनवरी 2023 में बेटा चाकूबाजी मामले में जेल चला गया. जेल से छूटने के बाद उसका आतंक और बढ़ गया. अब वह मारपीट करता है और जो बची हुई जमीन है उसे अपने नाम लिखने का दबाव डालता है. इसको लेकर पीड़ित ने थाना में भी आवेदन दिया ताकि उसकी गिरफ्तारी हो सके लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
"मेरे बेटे के साथ कुछ अन्य लोग है जो यह चाहते है कि मैं अपने बेटे को जमीन दे दूं ताकि वो उसे मेरे बेटे से अपने नाम करवा लेंगे. जिसके कारण वो मेरी हत्या करवाना चाहते हैं. मुझे मेरे बेटा पर कोई विश्वास नहीं की कब वह मेरी हत्या कर देगा. पिछले 6 दिसंबर को भी उसने मुझे अपने अन्य साथियों के साथ रास्ते में घेर लिया था. मेरा पैन कार्ड, आधार कार्ड और कुछ पैसे थे जो उसने छीन लिया और मेरी पिटाई कर दी."- कृष्णा चौधरी, पीड़ित पिता
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