गोपालगंज: केंद्रीय जल आयोग निदेशक के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम ने गुरुवार को जिले के बाढ़ प्रभावित पांच प्रखंडो का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ के कारण हुई मकान, फसल और सड़कों को हुई क्षति का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
बता दें कि जिले के पांच प्रखण्ड विनाशकारी बाढ़ की चपेट में है. इस विनाशकारी बाढ़ ने कई लोगों के आशियाने को बर्बाद कर दिया. कई सड़के ध्वस्त हो गई. किसानों द्वारा लगाए गए फसल बर्बाद हो गए. जिसको लेकर गुरुवार को केंद्रीय जल आयोग निदेशक संजीव कुमार के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम गोपालगंज पहुंची. इस दौरान केंद्रीय टीम ने प्रभावी इलाकों में पहुंच कर लोगों से जानकारी प्राप्त की.
सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
ईटीवी भारत से बात करते हुए केंद्रीय जल आयोग के निदेशक संजीव कुमार ने बताया कि आज कृतपुरा, देवापुर समेत कई इलाकों में हुई बाढ़ के कारण क्षति का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान यह पाय गया कि किसानों द्वारा लगाए गए धान और गन्ना के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. वही इस बाढ़ में मकान और सड़के भी ध्वस्त हो गई है. इसकी पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी.
बाढ़ से 92,873 से ज्यादा परिवार प्रभावित
बता दें कि गंडक नदी में आई बाढ़ के कारण 66 पंचायत के 201 गांव प्रभावित हुए है. बाढ़ से घर, पशु और फसलों को नुकसान पहुंचा है. जिला प्रशासन का दावा है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों के बैंक खाते में छह हजार रुपए भेजे जा रहे हैं. इस साल आई बाढ़ से 92,873 से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं.