गोपालगंज: गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में AIMIM के प्रत्याशी अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया के चुनाव प्रचार में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने राजद व भाजपा पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ अकलियतों को डराने व धमकाने वाली पार्टी है. उन्होंने राजद पर भी हमला करते हुए कहा कि 75 साल बाद बिहार की एसेंबली में अकलियतों की एक छोटी पार्टी या यूं कहें कि 12 साल बाद बांझ के गोद में एक औलाद आया था और उसका भी गला दबा दिया.
इसे भी पढ़ेंः गोपालगंज में गरजे तेजस्वी- '17 साल BJP को दिया, RJD को सिर्फ 3 साल का समय दीजिए'
पार्टी प्रत्याशी के लिए मांगे वोटः एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अख्तरुल इमान ने आज शनिवार काे गोपालगंज में चुनावी (Akhtarul Iman meeting in Gopalganj) सभा की. अपने प्रत्याशी अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया के लिए लोगों से समर्थन मांगा. इस दौरान थावे रोड स्थित पार्टी कार्यालय में एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने प्रेस वार्ता करते हुए बिहार सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में दलितों, अल्पसंख्यकों को कोई तवज्जो नहीं मिला. बिहार में अकलियतों ने सभी सरकारों और दलों को मौका दिया, लेकिन यहां की सरकार में उनकी सही और उचित भागीदारी नहीं हो सकी.
मुसलमान किसी की जागीर नहींः एआईएमआईएम के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि मुसलमान किसी की जागीर नहीं है. जब जो चाहे उसका इस्तेमाल कर ले. उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट से कोई वजीर बन सकता है, तो मुस्लिम वोट से हुकुमत भी गिर सकती है. उन्होंने कहा कि वोट में आनेवाले नस्लों की तकदीर बदलने की ताकत है. इस उपचुनाव में अपने आने वाले बेहतरी के लिए मुसलमान एआईएमआईएम को वोट करेंगे. अल्पसंख्यकों के उत्थान व सभी तबके के लोगो को वाजिब हक दिलाना चाहते हैं. ताकि सभी वर्ग के संख्या के हिसाब से उनकी भागीदारी हो सके.
इसे भी पढ़ेंः 'तेजस्वी और नीतीश का राजनीतिक स्वार्थ का गठबंधन, बहुत दिनों तक नही चलेगा'- रविशंकर प्रसाद
बिहार में मुसलमान पिछड़े हैंः एक सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में आज भी मुसलमान पिछड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में अकलियतों को धोखा दिया गया है. दलितों को धोखा दिया गया है. उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जब चुनाव आता है तब भाजपा के शीर्ष नेता गली- गली में उतर जाते हैं. फिर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ता है. उप चुनाव में भी भाजपा को करारी हार मिलेगी और एआईएमआईएम के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को जनता भारी मतों से जिताएगी.
"मुसलमान किसी की जागीर नहीं है. जब जो चाहे उसका इस्तेमाल कर लें. मुस्लिम वोट से कोई वजीर बन सकता है, तो मुस्लिम वोट से हुकुमत गिर भी सकती है. वोट में आनेवाले नस्लों की तकदीर बदलने की ताकत है. इस उपचुनाव में अपने आने वाले बेहतरी के लिए मुसलमान एआईएमआईएम को वोट करेंगे"-अख्तरुल ईमान, बिहार प्रदेश अध्यक्ष, एआईएमआईएम