गोपालगंज: लॉक डाउन की वजह से बिहार के सिवान जिले के 10 मजदूर सोमवार को कानपुर से गोपालगंज पहुंचे. कानपुर से पैदल गोपालगंज पहुंचने में उन्हें एक सप्ताह का समय लग गया. गोपालगंज पहुंचते ही मजदूरों ने राहत की सांस ली. मौके पर तैनात पुलिस टीम ने मजदूरों से पूछताछ कर जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
देश के कई हिस्सों से हो रहा है मजदूरों का आगमन
स्थानीय बैंक मैनेजर ने कई दिनों से भूखे मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की. जिस तरह से लगातार बिहार के बाहर रह रहे लोगों का सूबे में आगमन हो रहा है. उसके मद्देनजर बिहार सरकार ने राज्य के तमाम जिलों में राहत शिविर और कम्युनिटी किचन चलाने का निर्णय लिया है. मजदूरों ने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान कहीं भी उनका मेडीकल जांच नहीं किया गया.
कानपुर से पैदल चल कर आए 10 मजदूर
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन की गई है. लॉकडाउन के कारण कारखानों और यातायात के सभी साधनों को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. जिसकी वजह से कानपुर में कार्यरत मजदूरों ने निर्णय लिया कि पैदल ही अपने घर जाएंगे. जिसके बाद कानपुर से पैदल चल कर 10 मजदूर सोमवार को गोपालगंज पहुंचे.