गया: बिहार के गया में नदियों से बालू का बेतरतीब अवैध खनन जारी (illegal Mining In Gaya) है. नतीजतन बड़े-बड़े गड्ढे नदी में बन गए हैं, जिसमें गहरा पानी जमा रहता है. यह गड्ढे आए दिन हादसे का सबब बनते रहते हैं. इसी क्रम में सोमवार को इस तरह के बेतरीब गड्ढे में डूबने से एक युवक की मौत हो गई. मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने घंटो तक शव को पुलिस को उठाने से रोक दिया.
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डूबने से युवक की मौत: शेरघाटी शहर के मिल्की बाग मोहल्ला के गोरा यादव नाम के 35 वर्षीय युवक की सोमवार को बालू खनन से बने गड्ढे में डूबने से मौत हो गई. मौके पर जुटे लोगों द्वारा किसी प्रकार से शव को निकाला गया. वहीं इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश भी व्याप्त था. लगभग 2 घंटे के प्रयास और काफी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों से वार्ता कर एसडीओ अनिल कुमार रमन एवं एएसपी के आश्वासन पर शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया. मृतक के आश्रित को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से 5 लाख की मुआवजा राशि के लिए अनुशंसा करने का आश्वासन दिया गया. मृतक के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं. वहीं, इस तरह की घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. पत्नी बार-बार सदमे से बेहोश हो जा रही थी.
मोहल्ले वासियों में आक्रोश : वहीं युवक की मौत के बाद मोहल्ले वासियों में आक्रोश व्याप्त है. मोहल्ले के लोगों का कहना है कि प्रशासन के संरक्षण में नदी में बेतरीब तरीके से बालू का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. बिलखते परिजन ने बताया कि दोपहर में गोरा यादव नदी के गड्ढे के समीप गया, जहां पैर फिसलने से लगभग 20 फीट गड्ढे वाले पानी में चला गया, जिससे उसकी मौत हो गई. घर नहीं पहुंचने के बाद खोजबीन करने लगे, तो आसपास में जानवर चरा रहे लोगों ने बताया कि एक आदमी नदी किनारे दिखा था, जो वापस नहीं लौटा. अनुमान के आधार पर स्थानीय युवक गुड्डू पांडे ने प्रयास के बाद पूरा मामला सामने आया और फिर नदी के गड्ढे से युवक का शव निकाला गया.
घंटो नहीं उठने दिया शव: वह स्थानीय लोगों में रोष इस कदर था कि युवा केशव को घंटों उठने नहीं दिया. पुलिस प्रशासन से बालू खनन करने वाले ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर शव उठाने से रोका गया. बाद में पुलिस भी काफी मशक्कत के बाद शव उठाया गया. जानकारी हो, कि नदी के इस गड्ढे में इसके पूर्व भी डूबने से दो लोगों की मौत हो चुकी है. स्थानीय लोगों का मानना है, कि यह मौत का गड्ढा बनता जा रहा है. इसे समतलीकरण कराया जाना जरूरी है.