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गया: नगर निगम की लापरवाही के कारण लोग दूषित पानी पीने को मजबूर, हो रहे हैं बीमारियों के शिकार

गया के वार्ड 1 के लोग दो वर्षों से जलजमाव से परेशान हैं. जिसके कारण कई लोग बीमारियों से ग्रसित हो चुके हैं. मेयर का कहना है कि चुनाव के बाद समस्या का समाधान हो जाएगा.

गया
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Published : May 9, 2019, 1:46 PM IST

गया: जिले खरखुरा रोड में भट्ट बिगहा के लोग जलजमाव की समस्या से परेशान हैं. नगर निगम की लापरवाही से उपजाऊ जमीन पर नाले का पानी जमा होने से तालाब बन गया है. इससे लोगों को डेंगू जैसे बीमारी का डर सता रहा है. इसकी शिकायत कई बार नगर निगम से की गई. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

5 हजार की आबादी प्रभावित

मामला जिले के शहर के वार्ड नं. 1 के खरखुरा रोड में भट्ट बिगहा का है. यहां जलजमाव वार्ड तीन के नाले का पानी गिराने से हुआ है. यहां पानी के निकास के लिए 30 से 35 फीट चौड़ी नाले की व्यवस्था थी, जिसपर नगर निगम ने सड़क बना दी. जिससे पानी का निकासी बंद हो गया. उसके बाद से ही ये समस्या बनी हुई है. इस दूषित पानी के कारण लगभग पांच हजार की आबादी प्रभावित है.

स्थानीय लोगों और नगर निगम मेयर का बयान

शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं

स्थानीय लोगों का कहना है कि जलजमाव से काफी परेशानी हो रही है. इस पूरे इलाके में इस समस्या से पानी दूषित हो गया है. इस पानी को आरओ मशीन भी साफ नहीं कर पा रहा है. लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं. समस्या से को लेकर डीएम से लेकर नगर आयुक्त तक शिकायत भी की गई. लेकिन इसका आज तक कोई हल नहीं हो सका. दूषित पानी पीने से कई लोग पीलिया रोग से ग्रसित हो चुके हैं.

गया
जलजमाव

आचार संहिता से नहीं हो सका निर्माण

इस समस्या पर नगर निगम के मेयर गणेश पासवान ने बताया कुछ महीने पूर्व नगर आयुक्त के साथ उस जगह का जायजा लिया था. नाला बनाने के लिए टेंडर कराया गया है. आचार संहिता लागू है इसलिए अभी कोई कार्य नहीं हो रहा है. चुनाव के बाद इस समस्या का निदान हो जाएगा. वहीं, इस समस्या को लेकर नगर आयुक्त कंचन कुमार ने कहा उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है.

गया: जिले खरखुरा रोड में भट्ट बिगहा के लोग जलजमाव की समस्या से परेशान हैं. नगर निगम की लापरवाही से उपजाऊ जमीन पर नाले का पानी जमा होने से तालाब बन गया है. इससे लोगों को डेंगू जैसे बीमारी का डर सता रहा है. इसकी शिकायत कई बार नगर निगम से की गई. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

5 हजार की आबादी प्रभावित

मामला जिले के शहर के वार्ड नं. 1 के खरखुरा रोड में भट्ट बिगहा का है. यहां जलजमाव वार्ड तीन के नाले का पानी गिराने से हुआ है. यहां पानी के निकास के लिए 30 से 35 फीट चौड़ी नाले की व्यवस्था थी, जिसपर नगर निगम ने सड़क बना दी. जिससे पानी का निकासी बंद हो गया. उसके बाद से ही ये समस्या बनी हुई है. इस दूषित पानी के कारण लगभग पांच हजार की आबादी प्रभावित है.

स्थानीय लोगों और नगर निगम मेयर का बयान

शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं

स्थानीय लोगों का कहना है कि जलजमाव से काफी परेशानी हो रही है. इस पूरे इलाके में इस समस्या से पानी दूषित हो गया है. इस पानी को आरओ मशीन भी साफ नहीं कर पा रहा है. लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं. समस्या से को लेकर डीएम से लेकर नगर आयुक्त तक शिकायत भी की गई. लेकिन इसका आज तक कोई हल नहीं हो सका. दूषित पानी पीने से कई लोग पीलिया रोग से ग्रसित हो चुके हैं.

गया
जलजमाव

आचार संहिता से नहीं हो सका निर्माण

इस समस्या पर नगर निगम के मेयर गणेश पासवान ने बताया कुछ महीने पूर्व नगर आयुक्त के साथ उस जगह का जायजा लिया था. नाला बनाने के लिए टेंडर कराया गया है. आचार संहिता लागू है इसलिए अभी कोई कार्य नहीं हो रहा है. चुनाव के बाद इस समस्या का निदान हो जाएगा. वहीं, इस समस्या को लेकर नगर आयुक्त कंचन कुमार ने कहा उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है.

Intro:Contaminated_Pond_ward_nagar nigam_gaya_road_house_water_tree

तालाबो के शहर गया में तालाब गायब होंगे, लेकिन गया नगर निगम अपने लापरवाही से उपजाऊ जमीन पर नाली के पानी का ठहराव करके तालाब बना दिया है। शहर के वार्ड नं एक के खरखुरा रोड में भट्ट बिगहा में नाली के पानी का तालाब बन गया है। डेढ़ वर्ष से जलजमाव हैं। लगभग 5 हजार आबादी प्रभावित है। मेयर कहते हैं अभी आचार संहिता लागू है कुछ नही कर सकते हैं।




Body:गया शहर में एक तरफ पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वही गया शहर के गया नगर निगम वार्ड नं 1 में जलजमाव से पांच हजार की आबादी प्रभावित है। लगभग दो वर्षों से जमा पानी के वजह से चापाकल से और बोरिंग से निकलने वाला पानी भी दूषित हो गया हैं। जलजमाव के कारण कई मोहल्ले खरखुरा रोड, भटविगहा रोड, गौतम कॉलोनी , एवं राजा कोठी के लोगो को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। पानी इतना दूषित हो गया है पीना तो दूर की बात है कपड़े का धुलाई नही कर पाते।

दो साल पूर्व जिस खेत मे खेती होता था नगर निगम ने उस खेत को गन्दे पानी का तालाब बना दिया है। जलजमाव का मुख्य कारण वार्ड तीन के गंदे नाले का पानी इस उपजाऊ जमीन पर गिराने से हुआ है। पानी के निकास के लिए 30 से 35 फिट का एक पईन था जिस पर निगम ने सड़क बना दी। सड़क निर्माण होने से पानी का निकासी बन्द हो गया। इसी जमीन पर पीपल के तीन बड़े बड़े पेड़ है वो भी इस दूषित पानी से सुख गए हैं।

वार्ड नं 1 के जनता का कहना है जलजमाव से काफी परेशानी है। पानी दूषित हो गया है। घर मे लगा आरओ भी इस दूषित पानी को साफ नही करता है। पानी खरीदकर पीते हैं। इस समस्या से को लेकर डीएम से लेकर नगर आयुक्त सहित हर दरवाजा तक दस्तक दिए। आज तक कोई हल नही निकला है। जो लोग पानी खरीदकर पीने में असमर्थ हैं वो प्रदूषित पानी के चपेट में आकर पीलिया रोग से ग्रसित हो जा रहे हैं।वार्ड नं 1 पेयजल का पाइपलाइन का भी विस्तार नही हुआ है । इसके वजह से भी परेशानी हो रही है।

इसी समस्या को लेकर आर्मी में कार्यरत नायक दिनेश ने बताया नाले के पानी के जमाव से पानी और वातावरण दूषित हो गया है। घर मे पानी घुस जा रहा है। मेरे परिवार से मेरे पिताजी और पत्नी कई बार इस समस्या को लेकर अधिकारी के पास गए है लेकिन आज तक कोई करवाई नही हुआ।


Conclusion:पानी ठहराव से बीमारी,बोरिंग और चापाकल से गन्दा पानी निकलने के साथ घर गिरने का नौबत आ चुका है। स्थानीय आरती कुमारी बताती है मेरा घर के तीन तरफ पानी से घिरा हुआ है। खिड़की रहते हुए भी खिड़की नही खोलते हैं। छत पर जाना दुशवार हो गया है। तीनो तरफ पानी से घिरा घर होने से हमेशा डर बना रहता है। अगल बगल कितने बार मिट्टी डाले कोई असर हज हुआ।

इस मुद्दे पर जब नगर आयुक्त कंचन कुमार से जानकारी लेने ईटीवी गया तो उन्होंने अपनी नाकामी छुपाते हुए साफ कह दिया मुझे इस विषय मे जानकारी नही है। मैं कैमरे के सामने नही बोलूंगा। किसी घर डूब रहा है, दूषित पानी पी रहे हैं और बीमारी हो रहा है साहेब नगर निगम के नगर आयुक्त को इतनी बड़ी समस्या का जानकारी नही है।

वही मेयर गणेश पासवान ने बताया कुछ महीने पूर्व नगर आयुक्त के साथ उस जगह का जायजा लिया था।, नाला बनाने के लिए टेंडर कराया गया था। आचार संहिता लागू है इसलिए अभी कोई कार्य नही हो रहा है। चुनाव के बाद इस समस्या का निदान हो जाएगा।
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