गया: बिहार के गया में निगरानी ने घूसखोर हेड क्लर्क को गिरफ्तार किया (Vigilance Team Arrested Head Clerk) है. टनकुप्पा प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना की टीम ने सोमवार को छापेमारी कर पीएचसी के हेड क्लर्क को रंगे हाथों अरेस्ट किया है. गिरफ्तार हेड क्लर्क सुनील कुमार को निगरानी की टीम अपने साथ लेकर पटना रवाना हो गई है. उस पर आरोप है कि वह ग्रेच्युटी की राशि देने की प्रक्रिया पूरी कराने को लेकर रिश्वत की मांग कर रहा था.
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ग्रेच्युटी की राशि के बदले रिश्वत
जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के पद पर काम करने वाली मालती कुमारी की मौत वर्ष 2020 में बीमारी से हो गई थी. बीमारी के बाद ग्रेच्युटी की राशि 20 लाख आश्रित परिवार के तौर पर पति पंकज कुमार सिन्हा को दी जानी थी. ग्रेच्युटी की राशि को पास करने के एवज में पीएचसी के हेड क्लर्क सुनील कुमार ने एक लाख के रिश्वत की डिमांड की थी. काफी मिन्नतों के बाद भी हेड क्लर्क कोई बात नहीं सुन रहा था. नतीजतन आश्रित परिवार को रुपए नहीं मिल पा रहे थे.
विजिलेंस में की थी शिकायत
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टनकुप्पा के हेड क्लर्क के रवैये से अजीज होकर मृत एएनएम के पति पंकज कुमार सिन्हा ने इसकी शिकायत निगरानी पटना में की थी. शिकायत के आलोक में निगरानी की टीम ने इसका सत्यापन किया. इसके बाद सोमवार को निगरानी की टीम गया के टनकुप्पा पहुंची थी. इसी बीच पंकज कुमार सिन्हा से रिश्वत की राशि लेते निगरानी की टीम ने हेड क्लर्क सुनील कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
55 हजार के साथ गिरफ्तार
इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक लाख की डिमांड की राशि के बदले एडवांस के तौर पर आज कुछ राशि दी जानी थी. एडवांस की राशि के साथ ही हेड क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया गया. 55 हजार की रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तारी की सूचना है. हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो सकी है. टनकुप्पा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी पदाधिकारी डॉ. उमेश कुमार दिवाकर के अनुसार निगरानी की कार्रवाई हुई है. उन्होंने बताया कि सीएससी के हेड क्लर्क को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर टीम पटना ले गई है.
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