गया: एक तरफ लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तरह-तरह के जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को वोट देने का आह्वान किया है. लेकिन निर्वाचन आयोग का यह दावा गया जिला के अतरी प्रखंड के चिरियावां गांव में दम तोड़ता हुआ नजर आता है. गया का अतरी प्रखंड का यह इलाका जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में आता है. जहां आज लोकसभा का चुनाव हो रहा है. लेकिन फौजियों के इस गांव में वोट का बहिष्कार किया गया.
जनप्रतिनिधि के खिलाफ आक्रोश
लगभग 200 घरों का यह गांव है, जिसमें 50 से भी ज्यादा लोग फौज में है, जो देश की सुरक्षा को लेकर अपनी सेवा दे रहे हैं. बावजूद इसके इस गांव में पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है. लोगों का कहना है कि पूर्व में कई जनप्रतिनिधि आए और हमने उन्हें वोट भी दिया, उन्होंने सड़क बनाने का दावा भी किया. लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि आज तक सुधि लेने तक नहीं आए.
सुबह से लेकर दोपहर बाद तक एक भी नहीं पड़े वोट
स्थानीय लोगों ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण सड़क के साथ-साथ यहां पेयजल की विकराल समस्या है. गर्मी के मौसम में यह समस्या और भी भयावह रूप ले लेती है. बार-बार कहने के बावजूद भी अधिकारियों के द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. जब वोट बहिष्कार किया गया तो अंचलाधिकारी आए और रोड बनाने का आश्वासन दिया. बरसों गुजर गए पर सड़क नहीं बनी. इसलिए हम लोगों ने पूरी तरह से वोट बहिष्कार किया है. जिसके कारण यहां एक भी वोट नहीं पड़ा.
पीठासीन पदाधिकारी ने दी जानकारी
चिरियावां गांव के बूथ संख्या 236 पर मौजूद पीठासीन पदाधिकारी युगेश्वर यादव ने कहा कि हमलोग सुबह से यहां पर मतदान की प्रक्रिया के लिए बैठे हैं. लेकिन एक भी ग्रामीण अभी तक वोट देने नहीं आए. हम लोगों ने उनके मताधिकार के बारे में जानकारी देते हुए उनसे वोट देने का आह्वान किया. लेकिन लोगों ने पूरी तरह से मना कर दिया.
जानकारी के बावजूद प्रशासन ने नहीं ली सुध
पीठासीन पदाधिकारी ने कहा कि इसकी सूचना ऊपर के अधिकारियों को दी गई है. जिलाधिकारी ने भी फोन कर पूरी जानकारी ली. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. यहां मतदानकर्मी मतदाताओं की बाट जोहते रहे, लेकिन वोट डालने यहां कोई नहीं आया.