ETV Bharat / state

महिला को जिंदा जलाने का मामला: जांच के लिए पचमा गांव पहुंचीं SSP, बोलीं- बख्शे नहीं जाएंगे दोषी

महिला को जिंदा जलाने के मामले (Woman Burnt Alive In Gaya) में जांच के लिए गया एसएसपी हरप्रीत कौर पचमा गांव पहुंचीं. जहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली. इस दौरान एसएसपी ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि इस घटना में संलिप्त कोई भी आरोपी नहीं बचेगा.

पचमा गांव पहुंची SSP हरप्रीत कौर
पचमा गांव में SSP हरप्रीत कौर
author img

By

Published : Nov 10, 2022, 10:18 AM IST

Updated : Nov 10, 2022, 12:25 PM IST

गयाः बिहार के गया में बीते 5 नवंबर को पचमा गांव में एक महिला को डायन बताकर (Woman Burnt Alive In Allegations Of Witch) उसे घर के अंदर जिंदा जला दिया गया था. घटना के बाद एसएसपी हरप्रीत कौर (SSP Harpreet Kaur) पीड़ित परिवार के गांव पहुंचीं और पूरे मामले की जानाकरी ली. जहां मृतका के बेटे और पति ने इस घटना में स्थानीय जनप्रतिनीधियों की भी भूमिका होने का आरोप लगाया है. परिजनों ने प्रतिनीधियों के नाम तक उजागर किए हैं. पूरे मामले को संगीन मानते हुए एसएसपी ने परिवार वालों को सुरक्षा प्रदान करने और मुआवजे देने की अनुशंसा की है ताकि आगे इन्हें कोई खतरा ना हो.

ये भी पढ़ेंः गया में डायन का आरोप लगाकर महिला को जिंदा फूंका, बचाने पहुंची पुलिस टीम को भी पीटा

मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तारः एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि कुल 68 लोगों के खिलाफ एफआईआर(FIR) दर्ज हुई है. इस मामले को लेकर हो रही कार्रवाई की जानकारी देते हुए एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि मृतका हेमंती देवी के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शीयों के बयान के अधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मृतका के परिजनों को सुरक्षा भी दी जाएगी.

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगाः उन्होंने कहा कि ये भी मामला सामने आ रहा है कि घटना से पहले स्थानिय जनप्रतिनिधियों द्वारा विश्वास में लेकर पंचायत बुलाया गया था. इसे बाद ही ये घटना हुई है. उग्र ग्रामीणों ने मिलकर महिला के घर को जालाया और फिर उसकी भी हत्या कर दी गई. उस पर भी जांच चल रही है. जिन लोगों का भी इस मामले में हाथ होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. फिलहाल इनके नुकसान की भरपाई के लिए एसडीओ को निर्देश दे दिया गया है. जो भी सरकार के प्रावधान के मुताबिक सहायता है दी इनको दी जाएगी.

"हमने मृतका के परिजन और प्रत्यक्षदर्शीयों का बयान दर्ज किया है. अभी तक एफआईआर में 68 लोगों का नाम आया है, जिसमें से 14 लोग गिरफ्तार हो गए हैं. अन्य लोग फरार हैं, उनकी भी गिरफ़्तारी के प्रयास जारी हैं. मैंने मृतका के परिजनों की सुरक्षा के भी निर्देश दे दिए हैं. मृतका के परिजनों का जो भी नुकसान हुआ है उसके लिए सरकार के प्रावधानों के तहत जितनी भी आर्थिक सहायता मिल सकती है, वो की जाएगी"- हरप्रीत कौर, एसएसपी, गया

"झारखंड के नौडीहा क्षेत्र के ओझा मुन्ना भगत को बुलाया गया था. मुन्ना भगत के इशारे पर मेरी मां को डायन बताया गया और कहा गया कि वह अभी तुरंत नाचेगी. गांव के लोग आक्रोशित हो गए और घर में घुस गए पहले खूब पिटाई की फिर कमरे में ही कपड़े में लपेटकर उसे जिंदा जला दिया. गांव के परमेश्वर भारती की मौत के बाद मां पर डायन होने का आरोप लगाया गया था. जबकि उसकी बिमारी से मौत हुई थी. कई बार उसको हार्ट अटैक आया था"- सोनू कुमार, मृतका का बेटा

डायन का आरोप लगाकर हुई थी मॉब लिंचिंग: मृतका के बेटे ने बताया कि झारखंड से भगत नाम के ओझा गुनी की एक टीम पचमह गांव पहुंची थी. जिसने उसकी मां के डायन होने की बात कही थी. गांव के परमेश्वर भारती की मौत के बाद उसकी मां पर डायन होने का आरोप लगाया गया था. उस दिन पंचायत भी बुलाई गई थी. लेकिन मामला बिगड़ गया ग्रामीण उग्र होकर उसके घर में घुस गए. गांव के कई जनप्रतिनीधि भी उस वक्त मौजूद थे. घर में घुसकर छत से मां को खींचकर नीचे लाकर पिटाई की गई. फिर घर में पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी गई.

पुलिस पर भी ग्रामीणों ने किया था हमला: स्थानीय लोगों ने बताया कि माॅब लिंचिंग की घटना से पहले सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी. लेकिन अंधविश्वास में लोग इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया. हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बाद में फिर से पुलिस की टीम पहुंची, क तब तक माॅब लिंचिंग करने वाले अपनी मंशा में कामयाब हो चुके थे. इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है. मृतका हेमंती देवी के पुत्र सोनू कुमार ने पूरी घटना को कैमरे के सामने बताया है. यह बात भी सामने आई है कि भीड़ में पुरूष ही नहीं महिलाएं भी शामिल थीं. इसके अलावा कई सफेदपोश के नाम भी सामने आए हैं.

गयाः बिहार के गया में बीते 5 नवंबर को पचमा गांव में एक महिला को डायन बताकर (Woman Burnt Alive In Allegations Of Witch) उसे घर के अंदर जिंदा जला दिया गया था. घटना के बाद एसएसपी हरप्रीत कौर (SSP Harpreet Kaur) पीड़ित परिवार के गांव पहुंचीं और पूरे मामले की जानाकरी ली. जहां मृतका के बेटे और पति ने इस घटना में स्थानीय जनप्रतिनीधियों की भी भूमिका होने का आरोप लगाया है. परिजनों ने प्रतिनीधियों के नाम तक उजागर किए हैं. पूरे मामले को संगीन मानते हुए एसएसपी ने परिवार वालों को सुरक्षा प्रदान करने और मुआवजे देने की अनुशंसा की है ताकि आगे इन्हें कोई खतरा ना हो.

ये भी पढ़ेंः गया में डायन का आरोप लगाकर महिला को जिंदा फूंका, बचाने पहुंची पुलिस टीम को भी पीटा

मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तारः एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि कुल 68 लोगों के खिलाफ एफआईआर(FIR) दर्ज हुई है. इस मामले को लेकर हो रही कार्रवाई की जानकारी देते हुए एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि मृतका हेमंती देवी के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शीयों के बयान के अधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मृतका के परिजनों को सुरक्षा भी दी जाएगी.

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगाः उन्होंने कहा कि ये भी मामला सामने आ रहा है कि घटना से पहले स्थानिय जनप्रतिनिधियों द्वारा विश्वास में लेकर पंचायत बुलाया गया था. इसे बाद ही ये घटना हुई है. उग्र ग्रामीणों ने मिलकर महिला के घर को जालाया और फिर उसकी भी हत्या कर दी गई. उस पर भी जांच चल रही है. जिन लोगों का भी इस मामले में हाथ होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. फिलहाल इनके नुकसान की भरपाई के लिए एसडीओ को निर्देश दे दिया गया है. जो भी सरकार के प्रावधान के मुताबिक सहायता है दी इनको दी जाएगी.

"हमने मृतका के परिजन और प्रत्यक्षदर्शीयों का बयान दर्ज किया है. अभी तक एफआईआर में 68 लोगों का नाम आया है, जिसमें से 14 लोग गिरफ्तार हो गए हैं. अन्य लोग फरार हैं, उनकी भी गिरफ़्तारी के प्रयास जारी हैं. मैंने मृतका के परिजनों की सुरक्षा के भी निर्देश दे दिए हैं. मृतका के परिजनों का जो भी नुकसान हुआ है उसके लिए सरकार के प्रावधानों के तहत जितनी भी आर्थिक सहायता मिल सकती है, वो की जाएगी"- हरप्रीत कौर, एसएसपी, गया

"झारखंड के नौडीहा क्षेत्र के ओझा मुन्ना भगत को बुलाया गया था. मुन्ना भगत के इशारे पर मेरी मां को डायन बताया गया और कहा गया कि वह अभी तुरंत नाचेगी. गांव के लोग आक्रोशित हो गए और घर में घुस गए पहले खूब पिटाई की फिर कमरे में ही कपड़े में लपेटकर उसे जिंदा जला दिया. गांव के परमेश्वर भारती की मौत के बाद मां पर डायन होने का आरोप लगाया गया था. जबकि उसकी बिमारी से मौत हुई थी. कई बार उसको हार्ट अटैक आया था"- सोनू कुमार, मृतका का बेटा

डायन का आरोप लगाकर हुई थी मॉब लिंचिंग: मृतका के बेटे ने बताया कि झारखंड से भगत नाम के ओझा गुनी की एक टीम पचमह गांव पहुंची थी. जिसने उसकी मां के डायन होने की बात कही थी. गांव के परमेश्वर भारती की मौत के बाद उसकी मां पर डायन होने का आरोप लगाया गया था. उस दिन पंचायत भी बुलाई गई थी. लेकिन मामला बिगड़ गया ग्रामीण उग्र होकर उसके घर में घुस गए. गांव के कई जनप्रतिनीधि भी उस वक्त मौजूद थे. घर में घुसकर छत से मां को खींचकर नीचे लाकर पिटाई की गई. फिर घर में पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी गई.

पुलिस पर भी ग्रामीणों ने किया था हमला: स्थानीय लोगों ने बताया कि माॅब लिंचिंग की घटना से पहले सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी. लेकिन अंधविश्वास में लोग इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया. हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बाद में फिर से पुलिस की टीम पहुंची, क तब तक माॅब लिंचिंग करने वाले अपनी मंशा में कामयाब हो चुके थे. इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है. मृतका हेमंती देवी के पुत्र सोनू कुमार ने पूरी घटना को कैमरे के सामने बताया है. यह बात भी सामने आई है कि भीड़ में पुरूष ही नहीं महिलाएं भी शामिल थीं. इसके अलावा कई सफेदपोश के नाम भी सामने आए हैं.

Last Updated : Nov 10, 2022, 12:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.