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गया: रूसी महिला हुई भारतीय परंपरा से प्रभावित, फल्गु नदी के तट पर किया परिजनों का पिंडदान

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Published : Nov 18, 2019, 10:37 AM IST

रुसी महिला तातियाना के पति और बेटे की मृत्यु हो चुकी है. जिसके बाद तातियाना ने अपने पति और बेटे का पिंडदान गया में किया. तातियाना ने बताया कि भारतीय पिंडदान कर्मकांड के बारे में काफी कुछ सुन रखा था. इससे प्रभावित होकर यहां आकर पिंडदान करने का विचार मन में आया.

Russian woman

गया: रूस से आयी विदेशी महिला तातियाना ने फल्गु नदी के तट पर भारतीय पंरपरा के अनुसार अपने पति और बेटे का पिंडदान किया. इस दौरान विदेशी महिला के साथ कई भारतीय लोगों ने भी अपने पितरों के मोक्ष की शांति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया.

Russian woman,  pinddaan
रूसी महिला हुई भारतीय परंपरा से प्रभावित

भारतीय पंरपरा से प्रभावित हुई रुसी महिला
रूसी महिला तातियाना के पति और बेटे की मृत्यु हो चुकी है. जिसके बाद तातियाना ने अपने पति और बेटे का पिंडदान गया में किया. तातियाना ने बताया कि भारतीय पिंडदान कर्मकांड के बारे में काफी कुछ सुन रखा था. इससे प्रभावित होकर यहां आकर पिंडदान करने का विचार मन में आया. ताकि मेरे पति और बेटे को मोक्ष की प्राप्ति हो और उनकी आत्मा को शांति मिले.

रूसी महिला ने फल्गु नदी के तट पर किया परिजनों का पिंडदान

यह भी पढ़े- थारू जनजाति के लोगों ने कहा- चाहिए राजनीतिक हिस्सेदारी, नहीं तो अकेले लड़ेंगे चुनाव

किया पति और बेटे का पिंडदान
स्थानीय पंडा लोकनाथ गौड़ ने बताया कि विदेशी महिला काफी दिनों से उनसे संपर्क कर रही थी. उन्होंने कहा कि तातियाना के पति और बेटे की मौत हो चुकी थी. इसे लेकर वह गयाजी में मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान कर्मकांड करना चाहती थी. आज मौका मिलने के बाद फल्गु नदी के तट पर रूसी महिला समेत अन्य भारतीय लोगों ने अपने पितरों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया है. उन्होंने कहा कि तातियाना ने पूरे धार्मिक रीति-रिवाज से पिंडदान कर्मकांड किया है. साथ ही फल्गु नदी के पवित्र जल से तर्पण किया है.

गया: रूस से आयी विदेशी महिला तातियाना ने फल्गु नदी के तट पर भारतीय पंरपरा के अनुसार अपने पति और बेटे का पिंडदान किया. इस दौरान विदेशी महिला के साथ कई भारतीय लोगों ने भी अपने पितरों के मोक्ष की शांति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया.

Russian woman,  pinddaan
रूसी महिला हुई भारतीय परंपरा से प्रभावित

भारतीय पंरपरा से प्रभावित हुई रुसी महिला
रूसी महिला तातियाना के पति और बेटे की मृत्यु हो चुकी है. जिसके बाद तातियाना ने अपने पति और बेटे का पिंडदान गया में किया. तातियाना ने बताया कि भारतीय पिंडदान कर्मकांड के बारे में काफी कुछ सुन रखा था. इससे प्रभावित होकर यहां आकर पिंडदान करने का विचार मन में आया. ताकि मेरे पति और बेटे को मोक्ष की प्राप्ति हो और उनकी आत्मा को शांति मिले.

रूसी महिला ने फल्गु नदी के तट पर किया परिजनों का पिंडदान

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किया पति और बेटे का पिंडदान
स्थानीय पंडा लोकनाथ गौड़ ने बताया कि विदेशी महिला काफी दिनों से उनसे संपर्क कर रही थी. उन्होंने कहा कि तातियाना के पति और बेटे की मौत हो चुकी थी. इसे लेकर वह गयाजी में मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान कर्मकांड करना चाहती थी. आज मौका मिलने के बाद फल्गु नदी के तट पर रूसी महिला समेत अन्य भारतीय लोगों ने अपने पितरों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया है. उन्होंने कहा कि तातियाना ने पूरे धार्मिक रीति-रिवाज से पिंडदान कर्मकांड किया है. साथ ही फल्गु नदी के पवित्र जल से तर्पण किया है.

Intro:रूस देश से आई विदेशी महिला ने फल्गु नदी के तट पर किया पिंडदान,
अपने पति व पुत्र की मोक्ष की प्राप्ति के लिए किया पिंडदान,
भारतीय परंपरा में जताई आस्था।
Body:गया: रूस देश से आई विदेशी महिला तातियाना ने फल्गु नदी के तट पर पिंडदान कर्मकांड किया। इस दौरान विदेशी महिला के साथ कई भारतीय लोगों ने भी अपने पितरों के मोक्ष की शांति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया।
स्थानीय पंडा लोकनाथ गौड़ के द्वारा पिंडदान कर्मकांड को संपन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि विदेशी महिला काफी दिनों से उनसे संपर्क कर रही थी। विदेशी महिला तातियाना के पति और पुत्र की पूर्व में मौत हो चुकी थी। इसे लेकर वह गयाजी में मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान कर्मकांड करना चाहती थी। आज मौका मिलने के बाद फल्गु नदी के तट पर रूसी महिला समेत अन्य भारतीय लोगों ने अपने पितरों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान कर्मकांड किया है। पूरे धार्मिक रीति-रिवाज से पिंडदान कर्मकांड को कराया गया। साथ ही फल्गु नदी के पवित्र जल से तर्पण कराया गया।
वहीं विदेशी महिला ने बताया कि उनके पति और पुत्र की पूर्व में मौत हो चुकी है। भारतीय पिंडदान कर्मकांड के बारे में काफी कुछ सुन रखा था। इससे प्रभावित होकर यहां आकर पिंडदान किया है। ताकि पति और पुत्र को मोक्ष की प्राप्ति हो और उनकी आत्मा को शांति मिले।

बाइट- लोकनाथ गौड़, स्थानीय पंडा।
बाइट- तातियाना, रूसी महिला।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया।
Conclusion:
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