गया: कोरोना वायरस के बचाव के कारण लागू लॉकडाउन में गया और गोपालगंज में हत्याएं हुई हैं. इस को लेकर सरकार और विपक्ष नेताओं के बीच बयानबाजी जारी है. सरकार पक्ष के लोग गया के सिंदुआरी को लेकर नरसंहार बता रहे है. तो वहीं, गोपालगंज में 3 हत्या पर विपक्ष इसे जंगलराज कह रही है. आरोप प्रत्यारोप के दौर में गया और गोपालगंज में यात्रा का सिलसिला जारी है. मंगलवार को गया के सिंदुआरी में राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर पहुंचे. इटीवी भारत संवाददाता ने विवेक ठाकुर से बात की.
'हत्या कही भी हो दुःखद होता है'
राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा हत्या कही भी हो दुःखद होता है. गया में लॉकडाउन के पहले चरण में दो जगहों पर हत्या हुई. यहां पर हत्या समाज के सद्भाव को बिगाड़ने के लिए किया गया था. जहां तक गोपालगंज की बात है. तो उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता सिंदुआरी आए. तो हम लोग भी गोपालगंज जाएंगे, लेकिन गया कि दो जगहों पर हुई हत्या और गोपालगंज में की गई हत्या में जमीन आसमान का अंतर है.
गिरिराज सिंह ने किसान नेता ब्रह्मेश्वर मुखिया की पुण्यतिथि पर उनको शहीद का दर्जा दिया. इस पर विवेक ठाकुर ने कहा केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता है. उन्होंने क्या कहा मुझे नहीं पता है. मैं इस पर नहीं बोलना चाहता हूं. उस समय ब्रह्मेश्वर मुखिया एक रॉबिन हुड के तरह थे. लोग उनको इसी तरह का दर्जा दिए भी थे.
'जल्द हो अपराधी की गिरफ्तारी'
बता दें कि गया जिले के कोच प्रखंड के सिंदुआरी में आपसी विवाद में गोलीबारी हुई थी, जिसमे 4 लोगों को गोली लगी थी और 2 की मौत हो गयी थी. वहीं, जिले के खिजरसराय प्रखंड के उतरामा गांव में भी एक युवक की मौत हो गयी थी. इसके मौत पर परिजनों के आरोप है उसे अपहरण करके मारा गया है. ये दोनों घटनाओं पर एनडीए ने स्थानीय प्रशासन ने जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है.