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गया में वोटिंग के दौरान पीठासीन अधिकारी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

गया में पीठासीन पदाधिकारी को निवर्तमान मुखिया समेत उनके समर्थकों ने लात-घूंसे से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है. बूथ के बाहर यह अफवाह फैल गयी थी कि पदाधिकारी लोगों ने विरोधियों को वोट देने की बात कह रहे हैं. जबकि वे वोटरों से अपने मुताबिक वोट देने की बात कह रहे थे. पढ़ें रिपोर्ट.

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Published : Oct 20, 2021, 10:42 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 10:52 PM IST

गयाः बिहार के गया जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. पंचायत चुनाव (Panchayat Election in Bihar) के दौरान निवर्तमान मुखिया ने अपने समर्थकों के साथ पीठासीन पदाधिकारी को लात-घूंसे से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पहले तो उसे अहियापुर मतदान केन्द्र से बाहर निकलवाया. उसके बाद सड़क किनारे खेत में ले जाकर मारपीट की गई. पीठासीन पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें खुद बदमाशों के हवाले किया था. हमने मतदान केंद्र में लोगों से अपने पसंद के वोटर को चुनने को कहा था. लेकिन बाहर यह अफवाह फैल गई कि मैंने विरोधियों के नाम वोटिंग करने की बात कही है.

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव के चौथे चरण में हुई 58.65 प्रतिशत वोटिंग, वैशाली में हुई गोलीबारी

दरअसल, कोच प्रखंड के कुरमावां पंचायत के निवर्तमान मुखिया चुन्नू पासवान अपने बेटे और समर्थकों के साथ अहियापुर स्थित मतदान संख्या 141, 142 पर पहुंचे. मतदान धीमी गति से होने का हवाला देते हुए पीठासीन पदाधिकारी कमलेश कुमार चौधरी को बाहर बुलाया. सड़क के किनारे खेत में दौड़ा-दौड़ा कर उसे पीटने लगे. हैरानी की बात यह है कि राइफल बंदूक लिए पुलिस अधिकारी मूक दर्शक बने रहे.

देखें वीडियो

यही नहीं पीठासीन पदाधिकारी रहे शिक्षक कमलेश चौधरी का आरोप है कि पुलिस ने ही उन्हें ग्रामीणों के सामने सुपूर्द किया है. जिसके बाद यह घटना हुई है. किसी मतदाता ने पीठासीन पदाधिकारी से मतदान से संबंधित सवाल पूछे तो पीठासीन पदाधिकारी ने कहा कि ईवीएम पर सभी प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न लगे हैं. अपनी पसंद के अनुसार बटन दबाइए.

यह बात मतदान केंद्र से बाहर आते-आते कुछ और हो गई. ग्रामीणों के बीच अफवाह फैल गई कि पीठासीन पदाधिकारी विपक्षियों के समर्थन में काम कर रहे हैं. यह बात सुनते ही निवर्तमान मुखिया के अलावा उनके समर्थक भड़क गए. अहियापुर मतदान केंद्र पर शोरगुल करने लगे. इस पर वहां मौजूद पुलिस अधिकारी व पुलिस बल ने पीठासीन पदाधिकारी को ग्रामीणों के समक्ष अपनी बात रखने के लिए प्रस्तुत कर दिया.

जैसे ही पीठासीन पदाधिकारी मतदान केंद्र से बाहर बरामदे पर पहुंचे, उन्हें खींच कर खुले मैदान में ले जाया गया. और जमकर वहां उनकी धुनाई कर दी. मामला हाथ से निकलते देख मौके पर मौजूद पुलिस बल ने वरीय अधिकारियों को घटना को सूचना दी. इस पर बड़ी संख्या में मौके पर चुनाव कार्य से जुड़े अधिकारी पहुंचे. पीठासीन पदाधिकारी से घटना की जानकारी ली. संबंधित मामले में पीठासीन पदाधिकारी ने लिखित शिकायत निर्वाचन आयोग से करने की बात कही है. फिलहाल मामला शांत है.

इसे भी पढे़ं-पांचवा चरण का चुनाव: भयमुक्त और शांतिपूर्ण मतदान को लेकर एएसपी के नेतृत्व मे पुलिस जवानों का फ्लैग मार्च

गयाः बिहार के गया जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. पंचायत चुनाव (Panchayat Election in Bihar) के दौरान निवर्तमान मुखिया ने अपने समर्थकों के साथ पीठासीन पदाधिकारी को लात-घूंसे से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पहले तो उसे अहियापुर मतदान केन्द्र से बाहर निकलवाया. उसके बाद सड़क किनारे खेत में ले जाकर मारपीट की गई. पीठासीन पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें खुद बदमाशों के हवाले किया था. हमने मतदान केंद्र में लोगों से अपने पसंद के वोटर को चुनने को कहा था. लेकिन बाहर यह अफवाह फैल गई कि मैंने विरोधियों के नाम वोटिंग करने की बात कही है.

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दरअसल, कोच प्रखंड के कुरमावां पंचायत के निवर्तमान मुखिया चुन्नू पासवान अपने बेटे और समर्थकों के साथ अहियापुर स्थित मतदान संख्या 141, 142 पर पहुंचे. मतदान धीमी गति से होने का हवाला देते हुए पीठासीन पदाधिकारी कमलेश कुमार चौधरी को बाहर बुलाया. सड़क के किनारे खेत में दौड़ा-दौड़ा कर उसे पीटने लगे. हैरानी की बात यह है कि राइफल बंदूक लिए पुलिस अधिकारी मूक दर्शक बने रहे.

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यही नहीं पीठासीन पदाधिकारी रहे शिक्षक कमलेश चौधरी का आरोप है कि पुलिस ने ही उन्हें ग्रामीणों के सामने सुपूर्द किया है. जिसके बाद यह घटना हुई है. किसी मतदाता ने पीठासीन पदाधिकारी से मतदान से संबंधित सवाल पूछे तो पीठासीन पदाधिकारी ने कहा कि ईवीएम पर सभी प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न लगे हैं. अपनी पसंद के अनुसार बटन दबाइए.

यह बात मतदान केंद्र से बाहर आते-आते कुछ और हो गई. ग्रामीणों के बीच अफवाह फैल गई कि पीठासीन पदाधिकारी विपक्षियों के समर्थन में काम कर रहे हैं. यह बात सुनते ही निवर्तमान मुखिया के अलावा उनके समर्थक भड़क गए. अहियापुर मतदान केंद्र पर शोरगुल करने लगे. इस पर वहां मौजूद पुलिस अधिकारी व पुलिस बल ने पीठासीन पदाधिकारी को ग्रामीणों के समक्ष अपनी बात रखने के लिए प्रस्तुत कर दिया.

जैसे ही पीठासीन पदाधिकारी मतदान केंद्र से बाहर बरामदे पर पहुंचे, उन्हें खींच कर खुले मैदान में ले जाया गया. और जमकर वहां उनकी धुनाई कर दी. मामला हाथ से निकलते देख मौके पर मौजूद पुलिस बल ने वरीय अधिकारियों को घटना को सूचना दी. इस पर बड़ी संख्या में मौके पर चुनाव कार्य से जुड़े अधिकारी पहुंचे. पीठासीन पदाधिकारी से घटना की जानकारी ली. संबंधित मामले में पीठासीन पदाधिकारी ने लिखित शिकायत निर्वाचन आयोग से करने की बात कही है. फिलहाल मामला शांत है.

इसे भी पढे़ं-पांचवा चरण का चुनाव: भयमुक्त और शांतिपूर्ण मतदान को लेकर एएसपी के नेतृत्व मे पुलिस जवानों का फ्लैग मार्च

Last Updated : Oct 20, 2021, 10:52 PM IST
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