गया: वैश्विक महामारी कोरोना से सुरक्षा और बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान विदेश में फंसे बिहार वासियों को वंदे भारत मिशन के तहत 18 मई से लाने की शुरुआत की जाएगी. वंदे भारत मिशन के तहत बिहार वासियों को स्वदेश लाने के लिए गया एयरपोर्ट को लैडिंग पॉइंट बनाया गया है. 18 मई को पहली फ्लाइट आने को लेकर गया एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तैयारी पूरी कर ली है. गया एयरपोर्ट पर 6 विमानों से विदेश में फंसे बिहारियों को लाया जाएगा.
विदेश में फंसे बिहारी नागरिकों को वापस लाने की तैयारी
वंदे भारत मिशन के तहत विदेश में फंसे बिहारी नागरिकों को बिहार वापस लाने की तैयारी पूरी हो गयी है. 18 मई को वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत विदेश में फंसे अप्रवासी बिहारियों का पहला जत्था अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट गया पहुंचेगा. 18 मई को पहली फ्लाइट आने को लेकर जिला प्रशासन रविवार को गया एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल करेगा. एयर इंडिया के विशेष विमान से विदेश में फंसे भारतीय नागरिक अपने वतन को लौटेंगे. हालांकि विमान को लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है. 18 मई को वाराणसी से शाम 4:30 बजे अप्रवासी बिहारियों का पहला जत्था पहुंचेगा. उसके बाद शाम 5:15 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगा. दूसरा जत्था नई दिल्ली से 24 मई को सुबह 6:30 बजे पहुंचेगा.
31 देशों से 30 हजार भारतीयों की स्वदेश वापसी
विदेश से आने वाले अप्रवासी बिहारियों को पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर में 21 दिनों तक रहना होगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. विदेश से आने वालों के ठहरने के लिए बोधगया के 161 होटल, गेस्ट हाउस और बौद्ध मिनिस्ट्री को चिन्हित किया गया है. मगध प्रमंडल आयुक्त के आदेशानुसार किसी को एयरपोर्ट परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी. सभी यात्रियों को भारत सरकार के आदेशानुसार 21 दिनों तक क्वॉरेइटाइन में रखा जाएगा. इस दौरान एयरपोर्ट से लेकर होटल तक विदेश से आने वाले लोगों से कोई नहीं मिलेगा. बता दें कि वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण में 31 देशों से 30 हजार भारतीयों की स्वदेश वापसी होगी. इसके लिए 16 मई से 22 मई के बीच 149 विमानों का संचालन किया जाएगा.