गयाः बिहार के गया में पुलिस की दादागिरी सामने आई है. गया जिले के डोभी थाना (Dobhi Police Station) की पुलिस का कारनामा एक नाबालिग लड़के की जान पर भारी पड़ गया. पुलिस ने नाबालिग सुभाष को जबरन आरोपी बताने के लिए राइफल के कुंदे और राॅड से उसकी बेरहमी से पिटाई (Police Beat Up Minor Accused In Gaya) कर दी. लड़के को गंभीर हालत में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
ये भी पढे़ंः बेगूसराय में पुलिस की बर्बरता! सरेआम युवक को लात-घूंसों और डंडे से पीटा, फिर भेजा जेल
पुलिस ने परिजनों को हड़काया: वहीं, मेडिकल में भर्ती नाबालिग सुभाष के परिजनों को भी पुलिस डरा धमका रही है. कई और निर्दोषों की भी पिटाई किए जाने की बात सामने आ रही है. सुभाष के पिता सुरेंद्र पासवान ने बताया कि मेरा बेटा सुभाष पुलिस के सामने गिड़गिड़ाता रहा कि वह छोटू नहीं है, लेकिन पुलिस रुकी नहीं बल्कि उसे राइफल के कुंदे से और राॅड से पीटती रही. उसके बाद गंभीर हालत में परिवार वालों के पास पुलिस उसे छोड़कर निकल गई.
"मेरे साथ बेरहमी से मारपीट की गई है. पैर और पीठ में रॉड-राइफल के कुंदे से मारा गया है, जिसके दाग सामने हैं. आंख में भी चोट आई है. 4 बार जंगल में ले जाकर पुलिस ने पीटा है"- सुभाष, पीड़ित
"मेरा बेटा सुभाष पुलिस के सामने गिड़गिड़ाता रहा कि वह छोटू नहीं है, लेकिन पुलिस रुकी नहीं बल्कि उसे राइफल के कुंदे से और राॅड से पीटती रही. उसके बाद पुलिस गंभीर हालत में उसे छोड़कर निकल गई"- सुरेंद्र पासवान, सुभाष का पिता
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांगः इस घटना से नाराज परिजनों ने मांग की है कि इस घटना में शामिल डोभी थाना पुलिस पर कार्रवाई की जाए. छोटू और सुभाष दोनों भाई हैं, सुभाष के अभी 18 वर्ष पूरे भी नहीं हुए हैं लेकिन पुलिस ने उसे इतना बेरहमी से मारा है कि उसका भविष्य परिजनों को अंधकारमय दिख रहा है. वहीं, इस संबंध में गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आ रहा है. मामले की जांच की जाएगी. जो उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी.
क्या है पूरा मामलाः दरअसल बीते दिनों डोभी थाना पुल के समीप एक कबाड़ी कारोबारी के साथ लूट की घटना हुई थी. करीब 9 लाख की लूट के मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही थी, कि इसी क्रम में छोटू नाम के एक युवक की संलिप्तता इसमें सामने आई, छोटू की तलाश में पुलिस ने उसके भाई सुभाष को पकड़ लिया. इसके बाद सुभाष उर्फ अयंश से पुलिस ने कहा कि तुम स्वीकारो कि छोटू हो, सुभाष ने इससे इनकार किया तो पुलिस ने राॅड और राइफल के कुंदे से और केहुने से उसे बेरहमी से मारना शुरू कर दिया. पुलिस की बेरहमी से पिटाई से सुभाष की हालत नाजुक हो गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया और परिजन किसी तरह से गंभीर हालत में लेकर उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे.