गया: बिहार विधानसभा चुनाव में जब से ईवीएम में नोटा को शामिल किया गया तब से हर चुनाव में नोटा का खूब प्रयोग हो रहा है. बीते बिहार विधानसभा चुनाव में गया जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र में भी लोगों ने नोटा का खूब प्रयोग किया. गया में सबसे ज्यादा शेरघाटी विधानसभा में 5194 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया.
दरअसल, जहां लोग जीत हार को लेकर हर राउंड पर नजर बनाये हुए थे. वहीं ईवीएम सबसे नीचे क्रम में रहने वाला नोटा हर राउंड छलांग मार रहा था. गया में इस बार विधानसभा चुनाव में कुल 28951 नोटा पड़े हैं. सबसे अधिक शेरघाटी विधानसभा में 5194 नोटा को वोट मिला है. वहीं सबसे कम गुरुआ में 958 मत नोटा को मिला है.
ये रहा गया में चुनाव का हाल:
- बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार गया टाउन विधानसभा से आठवीं बार जीत हासिल किया, गया टाउन में नोटा को 1476 मत मिले.
- अतरी में जदयू की सबसे अमीर प्रत्याशी मनोरमा देवी को पूर्व विधायक का पुत्र अजय यादव ने शिकस्त दिया है। अतरी विधानसभा में नोटा को 4561 मत प्राप्त हुए.
- बेलागंज विधानसभा से आठवीं बार जीत हासिल राजद के सुरेंद्र यादव ने किया है । सुरेंद्र यादव ने युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुशवाहा को हराया है।बेलागंज में नोटा को 3071 मत प्राप्त हुए.
- बोधगया विधानसभा में राजनीतिक मिथक टूटा, लगातार दूसरी बार विधायक बने राजद के कुमार सर्वजीत इन्होंने ने गया के पूर्व सांसद हरि मांझी को हराया है यहां नोटा को 2500 वोट मिले.
- इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने जीत हासिल किया, उन्होंने विधानसभा के पूव अध्यक्ष को हराया है. यहां नोटा को 4705 मत मिले.
- बाराचट्टी विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की समधन ज्योति देवी चुनाव जीती है. उन्होंने राजद की समता देवी को हराया. यहां नोटा 3767 वोट मिले हैं.
- टिकारी विधानसभा क्षेत्र से हम के अनिल कुमार ने कॉंग्रेस के सुमंत कुमार को शिकस्त दी है. यहां नोटा को 1171 वोट मिले है.
- वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के वीरेंद्र सिंह ने जीत हासिल किया. उन्होंने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री के पुत्र को हराया है. यहां नोटा को 1548 मत मिले.
- शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र से राजद की मंजू अग्रवाल ने वर्तमान विधायक को शिकस्त दी. यहां सबसे सर्वाधिक नोटा को 5194 मत मिले.
- गुरुआ विधानसभा क्षेत्र से राजद के विनय कुमार ने वर्तमान विधायक राजीव नंदन दांगी को हराया. यहां नोटा को 958 वोट मिले.
- 2015 विधानसभा चुनाव में सबसे सर्वाधिक नोटा टिकारी विधानसभा में मिला था यहां नोटा तीसरे स्थान पर था.
बता दें कि नोटा का मतलब नॉन ऑफ द एवब है, चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में सबसे निचले पायदान पर नोटा बटन को रखा है. वैसे मतदाता जो चुनाव लड़ रहे को भी उम्मीदवार में रुचि नहीं है वह नोटा बटन दबाकर अपना मतदान कर सकते हैं. इससे मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी होती है.