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ODF के झूठे आंकड़े दिखा रही सरकार, कई गांवों में अब भी नहीं है शौचालय : मांझी - Manjhi accused government

जीतन राम मांझी ने गया के गोदावरी मोहल्ला स्थित अपने पैतृक आवास में प्रेसवार्ता की. जहां उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गलत आंकड़े बताने का आरोप लगाया.

जीतन राम मांझी
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Published : Nov 21, 2019, 8:46 PM IST

गया: पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी गुरुवार को गया पहुंचे. वहां उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार ओडीएफ का राग अलाप रही है. वह दिखावा है. उन्होंने कहा कि सरकार ओडीएफ को लेकर गलत आंकड़े दिखा रही है.

जीतन राम मांझी ने गया के गोदावरी मोहल्ला स्थित अपने पैतृक आवास में प्रेसवार्ता की. जहां उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गलत आंकड़े बताने का आरोप लगाया. मांझी ने कहा कि गया जिले के डुमरिया प्रखंड के एकमा-बागेवार गांव में एक भी शौचालय नहीं बना है. फिर भी सब ओडीएफ घोषित हैं.

जीतन राम मांझी का बयान

झूठे आंकड़े दिखा रही सरकार
मांझी ने कहा कि कई ऐसे वार्ड और ब्लॉक हैं जिन्हें ओडीएफ घोषित कर दिया गया है जबकि वहां एक भी शौचालय नहीं है. सरकार जनता को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भले ही बिल गेट्स आकर सरकार की प्रशंसा कर लें. लेकिन यह कहीं से भी सही नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जन, जीवन और हरियाली के नाम पर आदिवासियों और मजदूरों को बेदखल करने की साजिश की जा रही है.

यह भी पढ़ें: बोले CM नीतीश- कभी ऐसा समय आएगा जब अश्वरोही सैन्य बल से लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन किया जाएगा

जांच की उठाई मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले की गंभीरता से जांच की मांग की है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि इस घोटाले की निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए क्योंकि सरकार के अधिकारियों की मिलीभगत से ही ओडीएफ में व्यापक पैमाने पर घोटाला हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार को फेल बताया.

गया: पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी गुरुवार को गया पहुंचे. वहां उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार ओडीएफ का राग अलाप रही है. वह दिखावा है. उन्होंने कहा कि सरकार ओडीएफ को लेकर गलत आंकड़े दिखा रही है.

जीतन राम मांझी ने गया के गोदावरी मोहल्ला स्थित अपने पैतृक आवास में प्रेसवार्ता की. जहां उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गलत आंकड़े बताने का आरोप लगाया. मांझी ने कहा कि गया जिले के डुमरिया प्रखंड के एकमा-बागेवार गांव में एक भी शौचालय नहीं बना है. फिर भी सब ओडीएफ घोषित हैं.

जीतन राम मांझी का बयान

झूठे आंकड़े दिखा रही सरकार
मांझी ने कहा कि कई ऐसे वार्ड और ब्लॉक हैं जिन्हें ओडीएफ घोषित कर दिया गया है जबकि वहां एक भी शौचालय नहीं है. सरकार जनता को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भले ही बिल गेट्स आकर सरकार की प्रशंसा कर लें. लेकिन यह कहीं से भी सही नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जन, जीवन और हरियाली के नाम पर आदिवासियों और मजदूरों को बेदखल करने की साजिश की जा रही है.

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जांच की उठाई मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले की गंभीरता से जांच की मांग की है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि इस घोटाले की निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए क्योंकि सरकार के अधिकारियों की मिलीभगत से ही ओडीएफ में व्यापक पैमाने पर घोटाला हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार को फेल बताया.

Intro:पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ओडीएफ के नाम पर गलत डांटा प्रस्तुत करने का प्रशासन पर लगाया आरोप,
कहा- जन, जीवन और हरियाली के नाम पर आदिवासियों व मजदूरों को बेदखल करने की हो रही साजिश,
ओडीएफ घोटाले की निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की,
जेएनयू में संस्कृत के अल्पसंख्यक शिक्षा के विरोध पर जताई नाराजगी।



Body:गया: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी आज शहर के गोदावरी मोहल्ला स्थित अपने पैतृक आवास पहुंचे। जहां उन्होंने एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडे, राष्ट्रीय सचिव नंदलाल मांझी, जिलाध्यक्ष टूटू खान सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में ओडीएफ का गलत डाटा प्रस्तुत किया जा रहा है। गया जिले में के डुमरिया प्रखंड के एकमा-बागेवार गांव में एक भी शौचालय नहीं बना है। उक्त गांव इमामगंज विधानसभा के झिकटिया पंचायत के अंतर्गत आता है। जबकि इसे जिला प्रशासन ने ओडीएफ घोषित कर रखा है। इसी तरह जिले की कई पंचायतों को भी ओडीएफ घोषित किया गया है। लेकिन सचाई यह है कई पंचायत में कई गांव और दलित टोलों में एक भी शौचालय नहीं बना है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भले ही बिल गेट्स आकर सरकार की प्रशंसा कर ले। लेकिन यह कहीं से भी सही नहीं है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही ओडीएफ के इस घोटाले को निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए। क्योंकि सरकार के अधिकारियों की मिलीभगत से ही ओडीएफ में व्यापक पैमाने पर घोटाला हुआ है।
उन्होंने कहा कि वे जिले के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। गत दिनों उन्होंने इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया। जहां पाया कि दर्जनों लोग है जो हैजा बीमारी से आक्रांत है। 4 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। फिर भी जिला प्रशासन आक्रांत लोगों को समुचित स्वास्थ्य सेवा देने में विफल है। हैजा बीमारी से हुई मौतों को जिला प्रशासन अन्य बीमारी से मौत होने का कारण बता रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिलाधिकारी से भी कई बार कहा गया। जिलाधिकारी ने गया से चिकित्सकों की टीम भेजने की बात कही। लेकिन चिकित्सकों की टीम नहीं पहुंची। अभी भी कई आक्रांत लोगों का इलाज शेरघाटी अनुमंडल अस्पताल में किया जा रहा है। लेकिन गांव में इस बीमारी से होने वाले कारणों का पता लगाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरे गांव में एक ही चापाकल है। जिसका पानी पीने से लोग आक्रांत हुए हैं। हमने चापाकल लगाने की भी बात जिला प्रशासन से कही है। लेकिन जिलाधिकारी के द्वारा मात्र आश्वासन दिया गया। जिसके बाद हमने विधायक कोटा से 2 चापाकल आक्रांत वाले गांव में लगाने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा मांझी ने कहा कि जल, जीवन और हरियाली योजना के नाम पर गरीबों के घरों को तोड़ा जा रहा है। वर्षों से लोग बासगीत का पर्चा लेकर सरकारी जमीन पर बसे हुए हैं। उनके पास जमीन के कागजात भी है। बावजूद इसके लोगों को हटाया जा रहा है। उनके आवासों को तोड़ा जा रहा है। जब लोग अवैध रूप से रह रहे हैं, तो उन्हें बासगीत का पर्चा किस हिसाब से दिया गया? यह भी अपने आप में एक सवाल है।
वहीं एनआरसी लागू होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार जबरन मजदूरों, आदिवासियों और दलितों को उनके घरों से बेघर करना चाहती है। उन्हें देश से बाहर भेजना चाहती है। क्योंकि भाजपाअच्छी तरह जानती है कि मुस्लिम, दलित और आदिवासी उनके वोटर नहीं है। भाजपा पूरे हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहती है।
वहीं उन्होंने जेएनयू में संस्कृत के शिक्षक के अल्पसंख्यक समाज के होने पर छात्रों द्वारा विरोध किए जाने के सवाल पर कहा कि इसे जेएनयू प्रशासन द्वारा गंभीरता से लेना चाहिए। शिक्षक चाहे किसी भी समाज का हो, वह शिक्षक होता है। लेकिन इस तरह का विरोध करना कहीं से भी सही नहीं है।

बाइट- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार ।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया।



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