गया: लॉकाडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर पैदल या साइकिल से घर जा रहे हैं. हालांकि सरकार ने मजदूरों को उनके राज्य तक जाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चला रखी है. फिर भी जानकारी के अभाव में ये लोग पैदल या साइकिल से ही घर जा रहे हैं.
बता दें कि जिले से होकर गुजरने वाली एनएच-2 पर 20 की संख्या यूपी भदैया के कालीन कारीगर बिहार होते हुए देवघर जा रहे थे. इन कारीगरों ने बताया हम सभी नई और पुरानी साइकिल खरीदकर घर की ओर जा रहे हैं. वहीं, एक मजदूर ने बताया पिछले 4 दिनों से साइकिल से चलकर बिहार पहुंचे हैं. इन चार दिन में रुखा- सूखा कुछ मिला तो वही खा लिए, नहीं तो भूखे ही सब चलते जा रहे है. इसके अलावे इन मजदूरों ने बताया यूपी की कई जिलो को पारकर वो सभी बिहार में भी दो जिले को पार किये, लेकिन कहीं पुलिस ने नहीं रोका और ना ही कही थर्मल स्क्रीनिंग की गई.
जिला प्रशासन की चूक आ रही सामने
कोरोना माहमारी के समय में देश भर से लेकर बिहार, यूपी और झारखंड में आनेवाले प्रवासियों के लिए जिला स्तर पर तक व्यवस्था है. लेकिन जो मजदूर खुद से घर की ओर जा रहे हैं, उनकी जांच या सुध प्रशासन नहीं लेती है. महामारी के समय में जिला प्रशासन के इस तरह के रवैये को भारी चूक ही कह सकते हैं.