गया: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी बुधवार को गया शहर के गोदावरी स्थित अपने आवास पहुंचे. जहां उन्होंने ईटीवी भारत के संवाददाता से विशेष बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि फल्गु के बालू को भाजपा के लोग श्रीराम मंदिर के निर्माण के नाम पर अयोध्या ले जाना चाहते हैं. यह सिर्फ ढकोसला है. उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में इन लोगों को फल्गु की चिंता है, तो फल्गु को अंतः सलिला की जगह सतह सलीला बना दें.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज फल्गु की स्थिति दयनीय हो चुकी है. फल्गु अतिक्रमणकारियों के कब्जे में गंदगी से भरी हुई है. नाले का गंदा पानी फल्गु में गिर रहा है. इससे अच्छा होता कि लोग फल्गु की दशा सुधारने पर ध्यान देते. उन्होंने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री थे, तो इंद्र बराज का पानी फल्गु में लाने की योजना बनाई थी. इतना ही नहीं फल्गु नदी पर बीथो बीयर बांध भी बनाने की घोषणा मैनें की थी.
'गंगा को गया लाना काफी महंगी योजना'
दावा करते हुए मांझी ने कहा कि अगर हम 6 महीने और मुख्यमंत्री रह गए होते तो यह योजना पूर्ण भी हो जाती. इसके बाद गया वासियों को पूरे वर्ष फल्गु का जल उपलब्ध होता. उन्होंने कहा कि फल्गु गंगा से भी पवित्र नदी है. जिसके जल से पित्तरों का उद्धार होता है. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब गंगा के जल को गया लाने की बात कह रहे हैं. यह काफी महंगी योजना है. जबकि हमने जो योजना बनाई थी, वह मात्र 7 सौ करोड़ की थी.
- सरकार के मंसूबों पर सवालिया निशान लगाते हुए उन्होंने कहा कि गंगा को गया लाकर नीतीश कुमार क्या साबित करना चाहते हैं.