गया: पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बिहार में सीएम फेस को लेकर फिर से बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का शुरू से सिद्धांत रहा है कि अगर हमारी सरकार बनेगी या फिर सरकार में सहयोगी रहे तो मुख्यमंत्री पद दलित और उपमुख्यमंत्री के दो पदों के लिए अल्पसंख्यक और अतिपिछड़ा चाहिए.
जीतन राम मांझी ने कहा खरमास के बाद यानी 14 जनवरी के बाद से महागठबंधन के साथ चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि जो गलतियां पिछले विधानसभा चुनाव में हुई है, वह फिर से न दोहराई जाए.
महागठबंधन में तय होगा CM फेस
आरजेडी के सीएम फेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि आरजेडी तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाना चाहती है. लेकिन, हमारी पार्टी दलित को सीएम के रुप में देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई है. महागठबंधन के बैठक में ही यह विषय तय होगा.
अडिग हैं पूर्व सीएम
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री सह हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने चुनावी साल के आगमन पर अपनी पुरानी मांग को लेकर अडिग दिख रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर कमर कस ली है.