गया: बिहार में मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, गया के परैया प्रखंड के मुबारकपुर गांव में बारिश के चलते एक घर ढ़ह गया. घर के गिरने की वजह से दो लोगों की मौत हो गई. वहीं, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज करवाया जा रहा है.
घटना देर रात 12 बजे की बताई जा रही है. तेज बारिश के चलते रामजी पासवान का मिट्टी का बना घर ढह गया. मकान के मलबे में 30 वर्षीय पुत्र सूरज पासवान, 28 वर्षीय बेटे की पत्नी विनीता देवी और 3 वर्षीय बेटी आरुषि कुमारी दीवार से दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, पत्नी और बेटी की मौत हो गई. गंभीर रूप से घायल सूरज का इलाज मगध मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
इलाज के अभाव में मौत- परिजन
वहीं, परिजनों ने स्थानीय पीएचसी पर आरोप लगाते हुआ कहा कि डॉक्टर की कमी के चलते इलाज नहीं हो सका, इसके चलते उसकी मौत हो गई. पीड़ित परिजन और ग्रामीणों ने परैया गया-सड़क मार्ग जामकर मुआवजे और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को हटाने के मांग की.
सरकार पर अनियमितता का आरोप
बसपा नेता राघवेंद्र यादव ने कहा कि भारी बारिश में दीवार गिर जाना प्राकृतिक आपदा है. लेकिन इस आपदा में घायल व्यक्ति का इलाज सरकारी अस्पताल में नहीं करना, ये घोर अनियमितता है. परैया अस्पताल में दिन में डॉक्टर नदारद रहते हैं. रात में बिल्कुल ही नहीं रहते हैं. जिलाधिकारी से मांग करता हूं कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए. साथ ही दोषी चिकित्सक को निलंबित किया जाए.
- घर के एक कमरे में सूरज के बेटे और उसकी मां सो रही थी, जिन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं आई है. बताया जा रहा है कि सूरज चारपहिया वाहन चलाकर गुजारा करता है. आज तक पक्का मकान नहीं बना सका है. वहीं, उसे सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिला है.