गया: किसे पता था कि कानून के राज में नक्सली आएंगे और एक ही घर के चार लोगों को फांसी के फंदे से लटकाकर निर्मम हत्या (Naxali Attack in Gaya) कर देंगे. शनिवार की रात बिहार के गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव (Monbar Village) में कालरात्रि के रूप में बीती. नक्सलियों ने 4 लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद घर को बम से उड़ा दिया.
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रविवार की सुबह हुई तो गांव में खौफ का मंजर पसरा था. सरजू भोक्ता, उनके दो बेटे सत्येंद्र सिंह भोक्ता व महेंद्र सिंह भोक्ता और पत्नी घर के बार फंदे से झूल रही थी. बम धमाके में घर ध्वस्त हो चुका था. मिट्टी के घर के मलबे दूर तक फैले हुए थे. सुर्खियों में नक्सलियों की खौफनाक करतूत थी.
घर की दीवार पर नक्सलियों का एक पर्चा भी चस्पा था. जिसमें लिखा था 'विश्वासघातियों को सूली पर चढ़ा दिया है. गद्दारों और विश्वासघातियों को ऐसी ही सजा दी जाएगी. हमारे चार साथियों को षडयंत्र के तहत जहर देकर मरवाया गया था, इसी का यह बदला है. वे एनकाउंटर में नहीं मारे गए थे.'
नक्सलियों ने इसे अपने 4 साथियों अमरेश कुमार, सीता कुमार, शिवपूजन कुमार और उदय कुमार की शहादत का बदला बताया है. मृतकों के परिजन मंगरू ने बताया कि उस समय शाम के करीब 7 बज रहे थे. तभी करीब 15 से 20 की संख्या में नक्सली आए और उनलोगों को दूसरे घर में बंद कर दिया. अन्य लोगों को भी धमकाकर घर भेज दिया. फिर अचानक बम फटने की आवाज आई.
काफी देर बीत गए थे. उन्हें अनहोनी की आशंका सता रही थी. करीब नौ-साढ़े नौ बज रहे थे, जब नक्सली वहां से चले गए थे. वहां से निकलने के बाद जब वे अपने भाई के घर पहुंचे तो मंजर देखकर उनके पैरों के आगे से जमीन खिसक गई थी. चार लोगों की लाशें फंदे से झूल रही थी. पूरे इलाके में दहशत फैल गया है.
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नक्सलियों के इस करतूत की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई. नक्सलियों द्वारा 4 लोगों की हत्या किए जाने के बाद पुलिस हरकत में आई. वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार सिटी, एसपी राकेश कुमार ने दल-बल के साथ पहुंचकर इसकी जानकारी ली है. इलाके में नक्सलियों का सर्च ऑपरेशन जारी है.
गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव में पुलिस ने एनकाउंटर में 4 नक्सलियों को मार गिराया था. उक्त घटना को नक्सलियों के अन्य नेताओं ने फर्जी बताया था. नक्सली नेताओं का कहना था कि जिस घर में नक्सली ठहरे थे, उस घर के लोग पुलिस से मिलकर पहले खाने में जहर देकर मार दिया और फिर पुलिस को बुलाकर झूठा एनकाउंटर करवाया. इसी के विरोध में बीती रात की घटना को अंजाम दिया गया है.