गया: रविवार को शेरघाटी में एक जीएनएम के द्वारा अपने आवासीय कमरे में आत्महत्या करने की घटना सामने आई है. आत्महत्या करनेवाली जीएनएम शेरघाटी के अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत थी. उसका नाम प्रेमलता कुमारी है. बताया जाता है कि रविवार को दोपहर में उसने अपने अवासीय कमरे में पंखे से लटकर खुदखुशी कर ली. जीएनएम ने आत्महत्या करने से पहले अपने बेटे को कुछ लाने के बहाने से घर से बाहर भेज दिया था. ऐसे में उक्त घटना के से समय उसके घर में कोई और मौजूद नहीं था.
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पंखे से लटकर लगाई फांसी.
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए मृत जीएनएम के बेटे रौशन कुमार ने बताया कि उसकी मां ने उसे जूस लाने के लिए बाजार भेजा था. जब वो जूस लेकर घर वापस लौटा तब कमरा बंद था. ऐसे में उसने अपनी मां को अवाज लगाई. बहुत बुलाने पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला तो अनहोनी की आशंका से लड़के ने दरवाजे की सीट किन तोड़ी और अंदर देखा. कमरे के अंदर उसकी मां पंखे से झूल रही थी. वहीं पलंग पर कुर्सी रखी हुई थी.
लड़के ने इसके बाद शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया. जबतक फंदे से लटकी औरत को उतारा जाता तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. रौनक ने आगे बताया कि हमारा कमरा तीसरी मंजिल पर है. पापा ग्राउंड फ्लोर पर चले गए थे, शोर सुनकर वे दौड़े आए. फिर पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गई.
पुलिस कर रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए प्रभारी थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर मगध मेडिकल अस्पताल गया में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि घटना का कारण स्पष्ट नहीं है. जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाता तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता.
अस्पताल में शोक का माहौल
वहीं जीएनएम की आत्महत्या की खबर को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह ने जानकारी दी है कि महिला स्वास्थ्य कर्मी मानसिक रूप से ठीक थी. वह 2014 से अस्पताल में काम कर रही थी. फिलहाल घटना से पूरे अस्पताल परिसर में शोक का माहौल है. वहीं पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.