गयाः शहर में माड़नपुर बाईपास के पास स्थित मधुसूदन कॉलोनी और अशोक विहार कॉलोनी के बीच से गुजरने वाला मनसरवा नाला लोगों के डर का कारण बन गया है. नाले में अतिक्रमण होने के कारण साल 2017 में बाढ़ आ गई थी. जिसमें हजारों घर डूब गए थे. प्रशासन की अनदेखी के कारण यहां फिर से अतिक्रमण हो गया है. जिससे लोगों पर बाढ़ का खतरा सताने लगा है.
प्रशासन की अनदेखी
2017 में आए बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पहुंचे थे. तब अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया था, लेकिन बाढ़ का पानी निकलते ही सारे अभियान को बंद कर दिया गया. जिससे दो साल बीतने के बाद मनसरवा नाला फिर से अतिक्रमण का शिकार हो गया है. इस पर न तो जिला प्रशासन और न ही नगर निगम ही ध्यान दे रहा है.
समस्या बना मनसरवा नाला
अशोक विहार कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि हमलोग वार्ड नम्बर-46 में रहते हैं. यहां की सबसे बड़ी समस्या मनसरवा नाला है. इसकी सफाई अभी तक नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि दो साल पहले आई बाढ़ में पूरा मोहल्ला डूब गया था. मुख्यमंत्री ने तब कई घोषणाएं की थी, लेकिन आज तक कुछ भी अमल नहीं हुआ.
पक्के नाले का निर्माण
बता दें कि 5 साल पहले श्मशान घाट के पीछे जहां मनसरवा नाला गिरता था, उससे करीब 300 मीटर की दूरी पर पक्के नाले का निर्माण कराया गया, लेकिन ठेकेदार और इंजीनियर में पैसे की बंदरबांट करते हुए नाले का मुहाना नदी से 5 फुट ऊपर बना दिया. जिससे कुछ महीने बाद ही ये कई जगहों से टूट गया.