गया: इमामगंज प्रखंड में बिजली विभाग का हैरान कर देना वाला कारनामा सामने आया है. बिजली विभाग के कारनामे का खामियाजा पानीपुरी बेचकर पेट पालने वाले एक परिवार को उठाना पड़ा है. दरअसल, इमामगंज प्रखंड के गेवागंज गांव के रहने वाले संतोष साव के घर पर बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से एक महीने का 1 लाख 75 हजार 412 रुपए का बिजली बिल आया है.
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बिजली विभाग का कारनामा
पीड़ित परिवार ने जब 1 लाख 75 हजार 412 रुपये का बिजली बिल देखा तो उनके होश उड़ गए और पूरा परिवार सदमे में आ गया. अब इसे ठीक कराने के लिए इधर-उधर अफसरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. लगातार दौड़-भाग के बावजूद उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
''पिछले महीने 2 जनवरी को उन्होंने सुधार में संशोधन करने के बाद 11 हजार रुपया जमा किया था. इसके बाद 6 जनवरी को उन्होंने 118 रुपया देकर एनआरसी कटवा कर बिजली चालू करवाई थी. वहीं, इसके बाद बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों ने एक महीने का बिजली बिल 17 फरवरी को 1 लाख 75 हजार 412 रुपये का थमा दिया है''- संतोष साव, पीड़ित
बिजली के बिल से परिवार के उड़े होश
पीड़ित संतोष साव का आरोप है कि बिजली विभाग के दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद अभी तक समस्या का हल नहीं निकला है. हम गांव-गांव में साइकिल से फोकचा बेचकर किसी तरह परिवार का पेट पाल रहे हैं. इस मामले को लेकर उन्होंने बुधवार को इमामगंज बिजली कनीय विद्युत अभियंता को भी आवेदन दिया है, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी द्वारा पीड़ित को संतोषजनक आश्वासन नहीं मिलने से वह काफी परेशान है.
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पीड़ित का कहना है कि हम कहां से इतना सारा पैसा भुगतान करेंगे. इस संबंध इमामगंज बिजली विभाग के जेई राजीव कुमार ने बताया कि इस मामले में आवेदन आया है. जांच पड़ताल कर जल्द ही बिजली बिल में सुधार कर दिया जाएगा.