गयाः प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सभागार में जीती जागती मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और गणेश जी सहित अन्य देवी देवताओं की सजीव झांकी प्रस्तुत की गई. ये झांकी दशमी तिथि तक रहेगी. इस झांकी का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर सांसद विजय कुमार मांझी, जदयू नेता राजू वर्णमाल, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के बहन शीला ने किया.
मां की झांकी प्रस्तुत करती पवित्र ब्रह्मा बहने
इस झांकी में सभी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी से जुड़ी बहनें देवी देवता का रुप धारण कर झांकी प्रस्तुत कर रही हैं. इन बहनों की प्रस्तुति को देखने से यह नहीं लग रहा है कि ये जीती जागती हैं. यह बिल्कुल अन्य प्रतिमाओं जैसी लग रही हैं. जब झांकी में महिषासुर को मारने का समय आता है और मां दुर्गा का शस्त्र उठता है तब तक लोगों को निर्जीव ही लगता है. जैसे ही झांकी में कला का प्रदर्शन होता है तो लोग ताली बजाने और माता का जयकारा लगाने लगाते हैं. सजीव देवी-देवता देखकर सभी लोग रोमांचित हो रहे है.
सजीव देवी-देवता देख लोग हो रहे रोमांचित
इस मौके पर सांसद विजय कुमार मांझी ने बताया इस तरह देवी को प्रदर्शित करना यूनिक है. सबसे अलग ये लोग कर रहे हैं और यहां के आयोजकों का बहुत बहुत धन्यवाद जो सजीव प्रदर्शन के साथ झांकी भी प्रस्तुत कर रहे है.
झांकी की प्रस्तुति चार दिनों तक चलेगी
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ब्रह्माकुमारी शीला ने बताया कि इसमें सभी बहनें है कोई दुर्गा तो कोई लक्ष्मी और कोई सरस्वती बनी है. इस झांकी की प्रस्तुति चार दिनों तक चलेगी. इस बार झांकी से उग्रवाद, आतंकवाद और हिंसा से प्रभावित सृष्टि को नई दिशा देने का संदेश दिया जाएगा. जैसे दुर्गा हर संकट काल में रक्षक बनी वैसे ही कलयुग और सतयुग के बीच इस युग में पवित्र ब्रह्मा बहनें उग्रवाद, आतंकवाद और हिंसा से प्रभावित सृष्टि को नई दिशा देने के काम में लगी हैं.