गया: जिले के मानपुर में वॉर्ड नंबर 51 के तेली टोली मोहल्ले में मां दुर्गा की प्रतिमा सरसों के दाने से बनाई गई है. मां दुर्गा के पंडाल को सासाराम स्थित गुप्ता धाम की गुफा के तर्ज पर बनाया गया है. जिसको देखने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु आ रहे हैं.
100 किलो सरसों के दाने से बनी है प्रतिमा
बता दें कि दुर्गा मां की प्रतिमा को 100 किलो सरसों के दाने से बनाया गया है. जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. इस दुर्गा पूजा के पंडाल का निर्माण रामायण क्लब के सदस्यों ने किया है और दुर्गा मां की प्रतिमा को स्थानीय कुम्हार टोली के कलाकार राजकुमार ने बनाया है.
1975 से हो रही मां दुर्गा की स्थापना
क्लब के कोषाध्यक्ष दीपक ने बताया कि हम लोग हर साल कम लागत से अलग तरह की मूर्ति बनाते हैं. इस वर्ष सरसों के दाने से मूर्ति बनाया गया है. इससे पहले चावल के दाने और फल्गू नदी के बालू से प्रतिमा बनाई गई थी. उन्होंने बताया कि मां दुर्गा सहित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा सरसों के दाने से ही बनाई गई है. इस प्रतिमा को तैयार करने में तीन महीने का समय लगा और प्रतिमा को बनाने में एक लाख का खर्च हुआ. प्रतिमा में लगे सरसों के दाने को राजस्थान से मंगवाया गया था. यहां पर 1975 से मां दुर्गा के मूर्ति की स्थापना की जा रही है.
भक्तों का लगा रहता है तांता
प्रीति देवी श्रद्धालु ने बताया कि यहां हर वर्ष सभी जगहों से अलग मूर्ति की स्थापना की जाती है. मुख्य मार्ग से अंदर गली में मूर्ति का पंडाल बनाया गया है , फिर भी भक्तों का तांता लगा रहता है. उन्होंने बताया कि इस साल सरसों के दाने से बनी मूर्ति लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.