गया: बिहार के गया में इन दिनों शारदीय नवरात्र 2022 (Sharadiya Navratri 2022) की धूम है. गया में एक से बढ़कर एक भव्य पंडाल बनाए गये हैं, सप्तमी के दिन से सभी पंडालों में मां दुर्गा के खुल गये हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पुजा पंडालों में आ रहे हैं. इस बार शहर के विभिन्न हिस्सों में एक से बढ़कर एक भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है. इसी कड़ी में मीनाक्षी मंदिर के तर्ज पर भी पंडाल बनाया गया है.
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तमिलनाडु के मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर बना है भव्य पंडाल: गया शहर के केदारनाथ मार्केट में हर साल आकर्षक पंडाल बनाया जाता है. करीब 60 सालों से ये जगह पूजा का महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ है. काफी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ मार्केट में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा को देखने आते हैं. यहां बड़े कलाकारों द्वारा प्रतिमा को बनाया जाता है. वहीं पंडाल भी दूसरे राज्यों के कलाकार ही हमेशा से बनाते हैं. इस वर्ष 2022 में केदारनाथ मार्केट में मिनाक्षी मंदिर के तर्ज पर भव्य पंडाल बनाया गया है.
60 फीट ऊंचा बना है पंडाल: तमिलनाडु के मदुरै में स्थित अति प्राचीन मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर केदारनाथ मार्केट में भव्य पंडाल बनाया गया है. पंडाल को मीनाक्षी मंदिर का रूप दिया गया है, जिसमें भगवान शंकर और माता पार्वती की प्रतिमा भी दर्शाई हुई है. काफी आकर्षक बने इस पंडाल को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगातार जुट रही है. इसमें करीब 12 फीट ऊंची माता की भव्य प्रतिमा स्थापित हैं.
कोलकाता के कारीगरों ने बनाया पंडाल: मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर पंडाल के निर्माण में सहयोग दे रहे संतोष कुमार बताते हैं, कि आकर्षक पंडाल का निर्माण किया गया है. मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर इसे बनाया गया है. इसका निर्माण कोलकाता से आए कारीगरों ने किया है. दर्जनों कारीगरों के द्वारा मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर इस पंडाल को तैयार किया गया है.
20 लाख की लागत से बना पंडाल: जानकारी के अनुसार पंडाल के निर्माण में करीब 20 लाख की लागत आई है. इधर, इसी तरह मीर सफायत रोड में यंग सोसायटी के द्वारा भी नेपाल के जंगल बुक के लुक में पंडाल बनाया गया है. यहां मां दुर्गा अजंता स्वरूप में विराजी हुई है और महिषासुर का संहार करे रही है. यहां का पंडाल जंगल लुक में बनाया गया है, इसको लेकर आने-जाने के रास्ते को भी जंगल का ही लुक दिया गया है.
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