गया: लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ आज से शुरू हो गया है. ऐसे में गया शहर के ऐतिहासिक सूर्यकुंड में अहले सुबह से ही छठव्रती पहुंची. जहां उन्होंने सूर्यकुंड के पवित्र जल में स्नान किया एवं सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना की. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया छठ व्रतियों की भीड़ बढ़ती गई. सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष छठ व्रतियों ने पूरी पवित्रता के साथ स्नान कर भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की.
सूर्य मंदिर में की गई पूजा: इस मौके पर स्थानीय निवासी नवीन मिश्र ने बताया कि आज से चार दिवसीय छठ महापर्व का शुभारंभ हो गया है. आज प्रथम दिन नहाय-खाय हैं. आज के दिन सूर्य कुंड में स्नान करने का विधान है. इसके बाद सूर्य मंदिर में पूजा की गई है. इसके बाद छठ व्रती अपने घर जाएंगे और पूरी शुद्धता के साथ प्रसाद बनाएंगे. जिसमें चावल, चना की दाल, कद्दू की सब्जी, साग आदि शामिल है. सभी चीज पूरी पवित्रता के साथ घी में बनाई जाएगी. इसके बाद प्रसाद को ग्रहण किया जाएगा. इसमें लोग अपने परिजनों व मित्रों को भी प्रसाद खिलाते हैं. अगले दिन खरना का प्रसाद बनेगा, फिर निर्जला उपवास होगा, तीसरे दिन शाम में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारन के साथ पर्व की समाप्ति होगी.
"आज नहाय-खाय के दिन लोग सूर्य कुंड में स्नान करने आए है. वहीं, यहां से जाने के बाद छठ व्रती अपने घर जाएंगी और पूरी शुद्धता के साथ प्रसाद बनाएंगी." - नवीन मिश्रा, स्थानीय निवासी.
एसडीआरएफ के जवान तैनात: वहीं, सूर्यकुंड में मौके पर तैनात एसडीआरएफ के जवान सत्येंद्र कुमार ने बताया कि छठ पर्व को देखते हुए यहां पर एसडीआरएफ के जवानों की तैनाती की गई है. किसी भी तरह की अनहोनी होने पर हमलोग पूरी तरह से मुस्तैद हैं. अगर कोई भी छठव्रती या शहरवासी डूबने की स्थिति में आता है तो हमलोग उनकी रक्षा करेंगे. इसके लिए बोट भी तैनात की गई है. सिर्फ सूर्यकुंड ही नहीं बल्कि अन्य कई घाटों पर भी एसडीआरएफ के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात है.
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