गया: बिहार के गया के इमामगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ग्राम राम सेवक राम की शनिवार की देर रात संदिग्ध मौत होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इमामगंज बाजार के पीएनबी बैंक के पास एक घर में एक किराए पर बीईओ रह रहे थे. इस संदिग्ध मौत को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही है. कोई इसे खुदकुशी बता रहा है. तो कुछ लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं. संदिग्ध मौत को लेकर फिलहाल पुलिस की जांच सस्पेंस में है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही घटना के मुख्य कारण खुलासा हो पाएगा. जहां शव मिला है वहां पर ब्लड स्टेन देखे गए हैं.
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घटनास्थल पर पहुंचे शिक्षक संघ के अध्यक्ष: इस तरह की घटना की जानकारी मिलते ही प्रखंड के कई शिक्षक और प्रखंड शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुखदेव यादव घटनास्थल पर पहुंच गए. उन्होंने बताया कि यह बीमार चल रहे थे, लेकिन कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे. उनकी संदिग्ध मौत हुई है और उसकी ठीक तरीके से जांच होनी चाहिए. जानकारी के अनुसार वर्ष 2018 से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इमामगंज प्रखंड में अपना योगदान दे रहे थे. सीतामढ़ी के सुरसंड ब्लॉक से स्थानांतरण होकर गया के इमामगंज आए थे. मृत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम सेवक राम मधुबनी जिले के रहने वाले थे. अब सिर्फ 17 महीने ही उनके रिटायरमेंट को बाकी रह गए थे. मौत की जानकारी मिलते ही मधुबनी से गया के लिए परिजन रवाना हो चुके हैं.
"यह बीमार चल रहे थे, लेकिन कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे. उनकी संदिग्ध मौत हुई है और उसकी ठीक तरीके से जांच होनी चाहिए. जानकारी के अनुसार वर्ष 2018 से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इमामगंज प्रखंड में अपना योगदान दे रहे थे. सीतामढ़ी के सुरसंड ब्लॉक से स्थानांतरण होकर गया के इमामगंज आए थे."-मुखदेव यादव, प्रखंड शिक्षक संघ अध्यक्ष इमामगंज
दरवाजा तोड़ा तो मृत पड़े थे बीईओ: वहीं इस संबंध में पूर्व बीआरपी हेमंत कुमार ने बताया कि अचानक सुबह में बीईओ साहब के लड़के का कॉल आया कि उसके पापा फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं. इस तरह की जानकारी के बाद हम लोग दो-चार शिक्षक आए और गेट खुलवाने की कोशिश की लेकिन कोई रिप्लाई नहीं मिला. इसकी सूचना मकान मालिक अनिल सिंह को दी गई. जिसके आदेश पर गेट को धक्का देकर खोला गया, तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मृत पड़े थे. इसके बाद इसकी जानकारी इमामगंज थाना की पुलिस को दी गई. जांच में मृत्यु का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आ सका है. यह मौत संदिग्ध है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कर खुलासा किया जाना चाहिए.
"अचानक सुबह में बीईओ साहब के लड़के का कॉल आया कि उसके पापा फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं. इस तरह की जानकारी के बाद हम लोग दो-चार शिक्षक आए और गेट खुलवाने की कोशिश की लेकिन कोई रिप्लाई नहीं मिला. इसकी सूचना मकान मालिक अनिल सिंह को दी गई. जिसके आदेश पर गेट को धक्का देकर खोला गया, तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मृत पड़े थे."- हेमंत कुमार,पूर्व बीआरपी