गया: मौसम विज्ञान केंद्र गया (Gaya Meteorological Center) के मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र कुमार पटेल ने बताया कि कई ठंडे प्रदेशों की अपेक्षा गया का न्यूनतम तापमान कम है. उन्होंने बताया कि मनाली, मसूरी, नैनीताल, टिहरी समेत हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकतीय पर्वतीय क्षेत्रों से गया का न्यूनतम तापमान कम रहा. सतह से 5 किलोमीटर ऊंचाई तक उत्तर पश्चिम से आ रही शुष्क एवं बर्फीली हवा के कारण इतनी ठंड गया में पड़ (Cold Web in Gaya) रही है.
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12 जनवरी से दो से तीन डिग्री बढ़ेगा तापमान: शैलेंद्र कुमार पटेल ने बताया कि सिनाप्टिक सिस्टम के आंकलन से परिलक्षित होता है कि गया में अगले 48 घंटे तक ठंड का यही हाल रहेगा. 11 जनवरी अपराहन तक बदलाव के संकेत नहीं हैं. 12 जनवरी से तापमान में दो से तीन डिग्री वृद्धि होगी और कोहरे के परिमाण में कमी आएगी.
हवा का दबाव सामान्य से ऊंचे स्तर तक बना रहेगा: मौसम वैज्ञानिक ने बताया है कि या में कोल्ड वेब जैसी स्थिति बनी हुई है. वहीं हवा का दबाव सामान्य से उच्च स्तर तक बना रहेगा. इसके कारण हृदयाघात, स्ट्रोक हेमरेज की समस्या में वृद्धि होगी. बच्चे-बूढ़े खास सतर्कता बरतें. वहीं, किसानों से भी अपील की जाती है कि वे गेहूं की फसल बोने में कृषि वैज्ञानिक से सलाह लें.
"कई ठंड प्रदेशों का तापमान देखें तो गया इनमें आगे दिख रहा है. गया में पढ़ने वाली ठंड ने कई वर्षों का रिकॉर्ड भी तोड़ा है. 2018 के बाद से जनवरी में सबसे कम न्यूनतम तापमान रविवार का आंका गया था. सोमवार को गया का न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस है. इस तरह गया के न्यूनतम तापमान के कारण ठंड बढ़ी है. गया जिले में कोल्ड बेब जैसी स्थिति बनी हुई है और उत्तर-पश्चिम हवा बह रही है, जिससे ठंड काफी पड़ रही है"- शैलेंद्र कुमार पटेल, मौसम वैज्ञानिक, मौसम विज्ञान केंद्र गया